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बोकारो का गायत्री शक्ति पीठ: 24 कुंडीय यज्ञशाला और सांस्कृतिक गतिविधियों का प्रमुख केंद्र


कैलाश कुमार, बोकारो: बोकारो के सेक्टर 9-बी में स्थित गायत्री शक्ति पीठ शहर के प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों में से एक है. इसकी स्थापना 24 अप्रैल 1982 को युग पुरुष पंडित राम शर्मा आचार्य और माता भगवती देवी शर्मा की तपो साधना से प्रेरित होकर की गई थी. यह शक्ति पीठ नैतिक, बौद्धिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का महत्वपूर्ण केंद्र है, जिसे लोग गायत्री मंदिर के नाम से भी जानते हैं.

24 कुंडीय यज्ञशाला और दैनिक गतिविधियां
गायत्री शक्ति पीठ के प्रवेश द्वार पर स्थित 24 कुंडीय यज्ञशाला विशेष रूप से नवरात्रि के दिनों में यज्ञ आयोजन का केंद्र है. यहां चैत्र और आश्विन के नवरात्रि में विशेष यज्ञ होते हैं, जबकि प्रतिदिन सुबह 7:30 बजे नियमित यज्ञ का आयोजन होता है. इसके साथ ही, मंदिर के ऊपरी तल पर स्थित साधना कक्ष में हर दिन सुबह 6:00 बजे प्राणायाम और योग की कक्षाएं भी होती हैं, जिनमें श्रद्धालु भाग लेते हैं.

मूर्ति स्थापना और धार्मिक सेवाएं
गायत्री शक्ति पीठ के व्यवस्थापक कृतियानंद बरनवाल ने Bharat.one को बताया कि यहां गायत्री, सावित्री, दुर्गा, लक्ष्मी, मां काली और रिद्धि सिद्धि की प्रतिमाएं स्थापित हैं. इसके अलावा, परिसर में भगवान शिव का मंदिर भी है, जहां जन्मदिन, विवाह, कर्मकांड और 16 संस्कार निशुल्क कराए जाते हैं. श्रद्धालु अपनी इच्छानुसार दान भी कर सकते हैं, जिससे सेवाओं का विस्तार होता है.

सामाजिक और सांस्कृतिक सेवाएं
गायत्री मंदिर परिसर में एक पुस्तक बिक्री केंद्र और आयुर्वेदिक औषधि बिक्री केंद्र भी मौजूद है। इसके साथ ही, यहां समय-समय पर निशुल्क नेत्र और चिकित्सा शिविरों का आयोजन होता है. बच्चों के लिए नैतिक शिक्षा का विशेष प्रावधान भी किया गया है, ताकि उनमें अच्छे संस्कारों का विकास हो सके.

गुरुदेव की शिक्षाएं और उद्देश्य
गायत्री शक्ति पीठ के पुजारी रामानुज प्रभाकर, जो शांतिकुंज हरिद्वार से आए हैं, ने बताया कि वह पिछले 2 वर्षों से यहां सेवा दे रहे हैं. उन्होंने बताया कि गुरुदेव द्वारा शुरू की गई अनेक गतिविधियां यहां जारी हैं, जिनका उद्देश्य लोगों में श्रेष्ठ विचारों और सद्गुणों का विकास करना है, ताकि वे नर से नारायण बनने की दिशा में अग्रसर हों. पूजा, यज्ञ और कर्मकांड के माध्यम से इन विचारों को बढ़ावा दिया जाता है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

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