कहा जाता है कि हमारा शरीर पंच तत्वों जल, वायु, अग्नि, पृथ्वी और आकाश से मिलकर बना है.जब किसी को बुरी नजर लगती है तो ये तत्व अपना सकारात्मक प्रभाव नहीं छोड़ पाते.
Black Thread On Waist : काला धागा आपने कई लोगों को कमर में या पैर में बांधे हुए देखा होगा. वहीं कुछ लोग इसे गले में भी पहनते हैं. ऐसा कहा जाता है कि, काला धागा पहनने से बुरी नजर नहीं लगती और नकारात्मकता भी दूर रहती है. यह परंपरा काफी पुरानी है लेकिन कुछ युवा इस बात को सही मानते हैं तो कुछ लोग इसे अंधविश्वास भी मानते हैं. खासतौर पर कमर में काला धागा बांधने की बात करें तो इसके कई फायदे बताए गए हैं. जिन्हें जानकार आप भी हैरान हो सकते हैं. इसके अलावा इसके सिर्फ ज्योतिषीय ही नहीं बल्कि वैज्ञानिक कारण भी हैं आइए जानते हैं तीर्थ नगरी सोरों के शूकर क्षेत्र फाउंडेशन के अध्यक्ष ज्योतिषाचार्य और वास्तु विशेषज्ञ डॉ गौरव कुमार दीक्षित से.
क्यों बांधा जाता है काला धागा?
जैसा कि आपको बताया गया है कि, यह परंपरा काफी पुरानी है और इससे कुछ मान्यताएं भी जुड़ी हुई हैं. ऐसा कहा जाता है कि हमारा शरीर पंच तत्वों जल, वायु, अग्नि, पृथ्वी और आकाश से मिलकर बना है, लेकिन जब किसी को बुरी नजर लगती है तो ये तत्व अपना सकारात्मक प्रभाव नहीं छोड़ पाते. यही कारण है कि इस बुरी नजर से बचने के लिए कमर या शरीर के किसी भी हिस्से में काला धागा बांधने की सलाह दी जाती है. वहीं तंत्र शास्त्र के अनुसार काला धागा नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित करने के साथ ही इससे बचाने की क्षमता भी रखता है.
चिकित्सकीय लाभ
सबसे पहले बात करते हैं काला धागा बांधने के चिकित्सकीय लाभ की तो, जब आप काला धागा कमर में पहनते हैं तो यह धागा रीढ़ की हड्डी के मज्जा (तरल पदार्थ) को बनाए रखने में कारगर सिद्ध होता है. इसके अलावा यह धागा पहनने से नाभि खिसकने का डर भी नहीं रहता. खास तौर पर पुरुषों में नाड़ियों में कई बार जो समस्या होती है उसका बचाव भी इस काले धागे से किया जा सकता है.
ज्योतिषी लाभ
अब बात करें इसके ज्योतिषी लाभ की तो कहा जाता है कि, इससे आपको धन लाभ होने के साथ ही मनोकामनाएं भी पूर्ण होती हैं. ज्योतिषाचार्य के अनुसार, जब आप काला धागा को शनिदेव की पूजा के दौरान शनि देव के मंत्रों का जाप करने के साथ ही धारण करते हैं तो इसका महत्व और भी बढ़ जाता है. इस तरह से काला धागा पहनने पर आपको शनि देव की कृपा प्राप्त होती है.
FIRST PUBLISHED : October 6, 2024, 19:04 IST