शुभम मरमट / उज्जैन: हिन्दू धर्म में नवरात्रि पर्व का विशेष महत्व है. नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के 9 रूपों की विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है. नवरात्रि के दिनों में भगवती मां दुर्गा पूरे नौ दिन तक धरती पर आकर अपने भक्तों को आशीर्वाद देती हैं. उज्जैन के पंडित आनंद भारद्वाज ने बताया कि नवरात्रि के आठवे दिन किस देवी की उपासना की जाए.
नवरात्रि का आठवां दिन मां महागौरी को समर्पित है. मां महागौरी का पूजन करने से जीवन में खुशियों का आगमन होता है. इनकी विधिवत पूजन से आर्थिक और मानसिक परेशानी भी दूर होती है. मां महागौरी का स्वरूप अत्यंत अद्भुत और सुंदर है.
जानिए कैसा है मां महागौरी का स्वरूप
माता जी कैसे अलग-अलग रूप है. नवरात्रि मे आठवे दिन महागौरी का पूजन होता है. माता महागौरी का वर्ण अत्यंत गौर (गोरा या सफेद) है. यहां तक कि इनके वस्त्र और आभूषण सभी सफेद हैं. मां की चार भुजाएं हैं और इनका वाहन बैल है. मां के दाहिने ओर के ऊपर हाथ में अभय मुद्रा और नीचे हाथ में त्रिशूल है. वहीं बाईं ओर के ऊपर वाले हाथ में डमरू और नीचे वाले हाथ में वर मुद्रा है.
कैसे पड़ा मां का नाम महागौरी
धार्मिक मान्यता के अनुसार, भगवान शिव को पति के रूप में पाने हेतु देवी ने कठिन तपस्या की थी जिससे देवी का शरीर काला पड़ गया था. भगवान शंकर देवी की साधना से प्रसन्न होकर मां के शरीर को गंगा-जल से स्वच्छ किया था. तब देवी का स्वरूप अत्यंत सुंदर और गौर वर्ण का हो गया और तभी से इनका नाम गौरी पड़ा.
जरूर लगाए माँ को यह भोग
नवरात्रि कैसे नौ दिन माता रानी को अलग-अलग स्वरूप मे पूजा की जाती है. और उन्हें अलग-अलग भोग भी लगाया जाता है. आठवे दिन माता महागौरी को नारियल से बनी मिठाईयों का भोग लगाया जाता है. इसके अलावा माता को हलवे और काले चने का भोग भी लगाना चाहिए.
जरूर करे इन मंत्रो का जाप
1 – या देवी सर्वभूतेषु मां गौरी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
2 – श्वेते वृषे समरूढा श्वेताम्बराधरा शुचिः।
महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा।।
FIRST PUBLISHED : October 9, 2024, 13:25 IST







