Navratri Fast: शारदीय नवरात्रि का हिंदुओं के लिए खास महत्व है. ये नवरात्रि हर साल आश्विन माह में मनाई जाती है.इस दौरान मां दुर्गा की पूजा की जाती है. माना जाता है कि मां दुर्गा की पूजा करने से पृथ्वी लोक पर स्वर्ग समान सुखों की प्राप्ति होती है. साथ ही मां दुर्गा के लिए नवरात्रि का व्रत भी रखा जाता है. इस व्रत के दौरान स्वास्थ्य और ऊर्जा बनाए रखने के लिए उचित आहार का पालन करना आवश्यक है. जो लोग व्रत नहीं रखते हैं, वो भी इन दिनों लहसुन और प्याज खाना बंद कर देते हैं. लहसुन और प्याज को तामसिक भोजन माना जाता है, इसीलिए इनका सेवन नहीं करना चाहिए.
व्रत के दौरान लहसुन और प्याज के अलावा कुछ और सब्जियों का भी सेवन नहीं किया जाता है. इसमें कई तरह की फलियां भी शामिल हैं. सेम, छोले और मटर सहित फलियों को व्रत में खाने की मनाही है. इसके अलावा उपवास के दौरान टमाटर, बैंगन, फूल गोभी, ब्रोकली और पत्तेदार साग जैसी कुछ सब्जियों से भी परहेज किया जाता है. संभवत: इसके पीछे कुछ वैज्ञानिक कारण हैं. क्योंकि व्रत में प्राथमिकता जड़ वाली सब्जियों और उन सब्जियों को खाने में दी जाती है जो पचने में आसान होती हैं और पर्याप्त ऊर्जा प्रदान करती हैं.
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क्यों नहीं खाते मटर
मटर को अनाज और सब्जी दोनों में शामिल किया जाता है. इसीलिए इसे व्रत में नहीं खाया जा सकता. उपवास के दौरान फलियां और दालें, जैसे बीन्स, छोले और मटर का सेवन नहीं किया जाता है. जबकि आम धारणा यह है कि मटर सब्जी है. लेकिन कुछ इसे फल भी मानते हैं. यह कहना थोड़ा मुश्किल हो सकता है कि मटर की फली फल है. हालांकि वनस्पति विज्ञानियों द्वारा उन्हें फल के रूप में वर्गीकृत किया जाता है. मटर की फली एक ऐसा फल है जो पौधे के बीजों के चारों ओर होती है, जिसका उपयोग प्रजनन के लिए किया जाता है.
फूलगोभी, पत्तागोभी की भी मनाही
व्रत में फूलगोभी, पत्ता गोभी और ब्रोकली का भी सेवन नहीं किया जाता है. फूलगोभी जैसी सब्जियां क्रूसिफेरस की कैटेगरी में आती हैं. ये सेवन के बाद अक्सर गैस उत्पन्न करती हैं, जिसका मुख्य कारण यह है कि इनमें FODMAPs की मात्रा अधिक होती है. इसीलिए व्रत रखने वाले व्यक्ति को गोभी का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे व्यक्ति को गैस और एसिडिटी की समस्या हो जाती है.
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बैंगन भी तामसिक भोजन
बैंगन को भी व्रत के दौरान नहीं खाना चाहिए. बैंगन को तामसिक भोजन की कैटेगरी में रखा गया है. तामसिक भोजन को उपवास के दौरान प्रतिबंधित सामग्रियों में शामिल किया जाता है. शास्त्रों में बैंगन को अशुद्ध माना गया है. क्योंकि इसमें कीड़े होते हैं, जो शरीर में जाने से बुरी प्रभाव डालते हैं. इसलिए बैंगन खाने से भी परहेज करना चाहिए. इसके अलावा बैंगन में ओक्जेलैट नाम का तत्व पाया जाता है, जिससे कैल्शियम का अवशोषण कम होता है और हड्डियों की सेहत बिगड़ सकती है.
मशरूम को माना जाता है अशुद्ध
शास्त्रों के अनुसार मशरूम व्रत रखने वालों के लिए खाना मना है. क्योंकि ये आमतौर पर अशुद्धता बढ़ाने वाली सब्जी है. ये अशुद्ध खाद्य की श्रेणी में आती है. व्रत रखने वालों को पवित्रता बनाए रखने की जरूरत होती है, क्योंकि वे देवताओं की पूजा करते हैं. मशरूम कवक जाति में आता है. बहुत से लोगों को मशरूम खाने के बाद डाइजेस्टिव सिस्टम से जुड़ी समस्याएं जैसे डायरिया, पेट दर्द होना, उल्टियां आना, जी मिचलाना हो सकती हैं. व्रत में वैसे भी पाचन संबंधी समस्याएं आती हैं.
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और क्या खाना है मना
भिंडी, तोरई और बींस को भी व्रत के दौरान खाने की मनाही है. इसके अलावा व्रत के दौरान पालक जैसी पत्तेदार सब्जियों का सेवन भी नहीं किया जाता है. नवरात्रि व्रत में सभी तरह की सब्जियां नहीं खाई जा सकती हैं. नवरात्रि में अक्सर लोग समा के चावल, सिंघाड़े का आटा, साबूदाना, कुट्टू का आटा, फल और सब्जियों को व्रत सामग्री में शामिल कर सकते हैं. अक्सर लोग भ्रमित रहते हैं कि व्रत या उपवास में कौन कौन सी सब्जी खा सकते हैं.
FIRST PUBLISHED : October 10, 2024, 13:17 IST
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