छतरपुर. दीपावली त्यौहार के चलते बागेश्वर पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र शास्त्री अपने ग्राम गढ़ा में ही आए हुए हैं. यहां वह गांव के लोगों से भी मिलते हैं. इसके अलावा भक्तों के सवालों के जवाब भी देते हैं. इसी सवाल-जवाब की कड़ी में एक भक्त ने पं. धीरेन्द्र शास्त्री से पूछा कि मानव जीवन में सबसे सर्वश्रेष्ठ दान क्या होता है? जिसके बाद पं.धीरेन्द्र शास्त्री ने भक्त के सवाल का जवाब भी दिया.
बागेश्वर पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र शास्त्री से उनके एक भक्त ने सवाल करते हुए पूछा कि मानव जीवन में दान तो अनेक हैं, लेकिन सर्वश्रेष्ठ दान कौन सा होता है? बागेश्वर पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने भक्त के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मानव के जीवन में दान तो बहुत से दिए जाते हैं. बहुत सारे दान सर्वश्रेष्ठ हैं, सबकी अपनी-अपनी महिमा है. अन्न दान हैं, द्रव्य दान हैं, वस्त्र दान हैं, अश्व दान हैं और गौदान हैं, लेकिन सबसे महान कन्या दान हैं. कन्या दान से बड़ा कोई दान नहीं होता है. कन्या दान दिया नहीं जाता, किया जाता है. इसलिए सबसे बड़ा कन्या दान है. उनकी यह बात सुनकर कुछ लोगों की आंखें भर आईं.
कन्या दान के पुण्य कार्य से बागेश्वर धाम की महिमा है
पं.धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि पावन तीर्थ बागेश्वर धाम पर महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर बेटियों का विवाह उत्सव कराकर कन्या दान करते हैं. इससे बड़ा कोई दान नहीं होता है. आज हम पर बागेश्वर धाम की महिमा और बालाजी की कृपा है. बालाजी की महिमा जो सर्वत्र विश्व में व्याप्त हुई है उसका प्रथम श्रेय कन्या दान के पुण्य कार्य का है.
बागेश्वर धाम के दर्शन करने दूर-दूर से आते श्रद्धालु
छतरपुर जिले के ग्राम गढ़ा स्थित बागेश्वर धाम के दर्शन करने दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं. देश ही नहीं विदेश से भी भक्तगण यहां आकर बालाजी बागेश्वर सरकार के दर्शन करने आते हैं. ताकि उनके कष्टों का निवारण और मनोकामनाएं पूरी हो. हालांकि ज्यादातर श्रद्धालुओं की कोशिश रहती है कि उनको बागेश्वर धाम आकर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री से भी मुलाकात करने का सौभाग्य मिल जाए.
FIRST PUBLISHED : October 28, 2024, 16:21 IST