दिवाली का त्योहार हर भारतीय के लिए खास होता है. माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए हर कोई कई दिनों से इसकी तैयारी में लग जाता है. घर-ऑफिस से लेकर दुकानों तक की साफ़-सफाई शुरू हो जाती है. कहते हैं कि मां लक्ष्मी को सफाई पसंद है. इस वजह से लोग कई दिन पहले से ही इसमें जुट जाते हैं. इसके साथ ही वो हर काम किये जाते हैं, जिससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है.
मां लक्ष्मी को खुश करने वाली चीजों में एक ख़ास चीज है धन लक्ष्मी पोटली. दिवाली में लोग इस पोटली को बनाकर अपने घर या दुकान की तिजोरी में रखते हैं. कहा जाता है कि ये पोटली लक्ष्मी मां को बहुत प्रिय है. जो भी इसे अपनी तिजोरी में रखता है, उसके ऊपर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा बरसती है. लेकिन कई लोग कन्फ्यूज हो जाते हैं कि आखिर इस पोटली को बनाया कैसे जाता है?
कब बनाई जाती है पोटली?
धन लक्ष्मी पोटली को कई लोग धनतेरस के दिन ही बना लेते हैं. लेकिन कई लोग इसे दिवाली पूजा के दौरान बनाते हैं. इसके बाद इसकी पूजा करते हैं और फिर अगले दिन इसे तिजोरी में सालभर के लिए रखते हैं. धन लक्ष्मी पोटली को तिजोरी में रखने से पहले उसकी अच्छे से सफाई की जाती है. इसके बाद तिजोरी में दीया-धूप दिखाकर उसे शुद्ध किया जाता है. इसके बाद पोटली को अंदर रखा जाता है.