Paranthe Wali Gali: कितने भी स्नैक्स खा लिए जाएं, लेकिन पाठकों की जगह लोगों के दिन में बहुत खास है. पुरानी दिल्ली की पराठे वाली गली में तो लोग सिर्फ पराठे खाने के लिए ही आते हैं. लाजवाब स्वाद चखने के लिए दिल्ली के अलावा देश-विदेश के पर्यटक भी यहां पहुंचते हैं. अगर आप अभी तक पराठे वाली गली में नहीं गए, तो इस आर्टिकल में जानें इस गली के बारे में सबकुछ.
पुरानी दिल्ली की पराठे वाली गली
आपको बता दें कि परांठे वाली गली में तीन दुकानें लगभग 100 साल से ज्यादा पुरानी बताई जाती हैं. इनमें से पहली दुकान का नाम बाबूराम देवी दयाल, दूसरी दुकान का नाम पंडित कन्हैया लाल दुर्गा प्रसाद दीक्षित और तीसरी दुकान का नाम पंडित गया प्रसाद शिवचरण है. बाबूराम देवी दयाल की दुकान पर काम कर रहे अरविंद ने Bharat.one टीम को बताया कि वह यहां पर लगभग 25 साल से काम कर रहे हैं और इस दुकान पर 50 से ज्यादा तरह की परांठे बनाए जाते हैं. जिनमें टोना टोटका पराठा, रबड़ी पराठा और अन्य कई और तरह के परांठे सबसे ज्यादा मशहूर हैं.
इन पराठों का जायका है लोगों को बहुत पसंद
पंडित कन्हैया लाल नाम की दुकान के मालिक प्रशांत ने बताया कि उनकी इस दुकान पर करीबन 35 से ज्यादा तरह के पराठे बनाए जाते हैं और यह सब पराठे देसी घी से बनते हैं. उन्होंने कहा इस दुकान पर दाल वाले पराठे सबसे ज्यादा लोग आकर खाते हैं. वहीं, पंडित गया प्रसाद नाम की दुकान के मालिक भोले ने कहा यह दुकान सबसे ज्यादा पुरानी है और यहां कई परांठे सबसे ज्यादा प्रसिद्ध हैं.
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उन्होंने कहा बादाम वाले पराठे और किशमिश वाले पराठे खाने के लिए लोगों की सुबह से लाइन लग जाती है. इस दुकान पर लगभग 50 से ज्यादा तरह के पराठे खाने को मिलते हैं. यहां पर परांठो की शुरुआत 90 रुपए से होती है, जो लगभग 300 रुपए तक जाती है.
लोगों ने स्वाद के बारे में क्या कहा
अक्षत जैन जो कि मुंबई से दिल्ली यहां आते रहते हैं, उन्होंने कहा जितनी बार भी दिल्ली आते हैं तो पराठे वाली गली में जरूर आते हैं. यहां पर मिलने वाले पनीर पराठे काफी ज्यादा पसंद है.
FIRST PUBLISHED : November 1, 2024, 10:49 IST
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