Pandit Dhirendra Shastri: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री एक बार फिर, आने वाले महाकुंभ में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर दिए अपने बयान को लेकर चर्चा में आ गए हैं. ‘महाकुंभ में गैर हिंदुओं को दुकानें नहीं देने का समर्थन करते हुए’ पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा है कि ‘मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है…’. उनका कहना है कि जिन्हें सनातन धर्म के बारे में पता न हो, हिंदू धर्म के बारे में न पता हो, हिंदुओं की पूजा-पाठ का ज्ञान नहीं उनका इस महाकुंभ में क्या काम है. उन्होंने कहा, ‘कहीं थूक कांड मिले, फलों के ऊपर गंदगी चिपकाते मिलें इससे ये सिद्ध होता है कि हो सकता है कि कुछ षडयंत्रकारी हों, इसलिए गैर हिंदुओं को महाकुंभ में प्रवेश वर्जित कर देना चाहिए.
…तो निश्चित रूप से नाश ही करेंगे
पंडित धीरेंद्र शास्त्री छत्तीसगढ़ के कवर्धा में बालाजी हनुमान जी के मंदिर के भूमि पूजन के लिए कवर्धा पहुंचे थे. जहां उन्होंने महाकुंभ पर ये बयान दिया है. उन्होंने कहा, ‘जिन्हें सनातन संस्कृति का ज्ञान हो, हिंदू धर्म के बारे में पता हो, देवी-देवताओं के बारे में पता हो, पूजन पद्धति के बारे में जानकारी हो, पूजन की सामग्री का कितना सम्मान किया जाए इस बारे में पता हो, उसी को यह कार्य दिया जाए, तो ही सही होगा. लेकिन जिन्हें इस बारे में पता ही नहीं, वो अगर विक्रय करेंगे तो निश्चित रूप से नाश ही करेंगे.’
‘मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है’
उन्होंने आगे कहा, ‘कहीं थूक कांड मिले, फलों के ऊपर गंदगी चिपकाते मिलें, एक जगह तो पेशाब कांड भी मिला. इससे ये सिद्ध होता है कि हो सकता है कि कुछ षडयंत्रकारी हों, इसलिए गैर हिंदुओं को महाकुंभ में प्रवेश वर्जित कर देना चाहिए.’ धीरेंद्र शास्त्री ने आगे कहा, ‘मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है. वहां त्रिवेणी है, संगम है, महाकुंभ है, संतों का दर्शन है. तुम्हें कथा से, हिंदुत्व से, सनातन से कुछ लेना-देना नहीं है. तुम्हें राम से लेना-देना नहीं. जब राम से कोई काम नहीं तो राम के काम से तुम्हारा क्या काम है?
दरअसल 12 सालों बाद प्रयागराज में महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू होने जा रह है. सनातन धर्म के इस महापर्व में लाखों की संख्या में लोग पहुंचेंगे और हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा. लेकिन अब गैर-हिंदुओं को इस दौरान दुकान न लगाने देने की बात ने हंगामा खड़ा कर दिया है. दरअसल पर्यटन को बढ़ाने के लिए उत्तर प्रदेश में कई प्रशिक्षण कायक्रम चलाए जा रहे हैं. इसका उद्देश्य विक्रेताओं यानी दुकानदारों और सेवा प्रदाताओं के कौशल को बढ़ाना है.
FIRST PUBLISHED : November 4, 2024, 13:58 IST