रीवा: भारत में साड़ी पहनना सभ्यता और संस्कृति की निशानी है. प्राचीन समय से देश की महिलाएं साड़ी पहनती आ रही हैं. आज भी साड़ी का फैशन कहीं से कम नहीं है. गांव से लेकर बॉलीवुड में साड़ी की धूम है. लेकिन, अगर आपको ये पता चले कि साड़ी पहनने से महिलाओं को कैंसर जैसी घातक बीमारी भी हो सकती है तो आपकी प्रतिक्रिया क्या होगी? जाहिर है, आप इस बात पर यकीन नहीं कर सकेंगी. बहुत सी महिलाएं या लड़कियां तो ये मानने को भी तैयार नहीं हैं. लेकिन, एक्सपर्ट की ये बात डराने वाली है.
चाहे गांव हो या शहर, देश के सभी क्षेत्रों में महिलाएं साड़ी पहनती हैं. लेकिन, इसके पहनने से होने वाले कैंसर जैसी बीमारी से अनजान हैं. इसका अंदाजा Bharat.one को तब हुआ, जब रीवा के कन्या महाविद्यालय की छात्राओं से बात की गई. उनका जवाब हैरान कर देने वाला था. उनके मुताबिक, साड़ी से कैंसर कभी हो ही नहीं सकता. एक लड़की ने थोड़ी जागरुकता दिखाई और कहा, पेटीकोट के कड़े नाड़े की वजह से रैशेज आ सकते हैं पर कैंसर कभी नहीं हो कसता. वहीं, कुछ ने इसे केवल अफवाह बताया.
अब एक्सपर्ट की सुनिए…
रीवा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. अक्षय श्रीवास्तव ने बताया कि साड़ी के साथ पहने जाने वाले पेटीकोट का नाड़ा जब गर्म और आर्द्र मौसम में कसकर बांधा जाता है तो यह पसीना और धूल के जमा होने से जलन और खुजली पैदा कर सकता है. ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाएं सीमित होने के कारण महिलाएं प्रारंभिक लक्षणों को नजरअंदाज कर देती हैं और जब हेल्थ खराब हो जाती है, तब डॉक्टर को दिखाती हैं.
पेटीकोट कैंसर भी नाम
डॉक्टर ने आगे बताया, साड़ी से कैंसर एक दुर्लभ स्थिति है, जो उन महिलाओं को प्रभावित कर सकती है जो रोज साड़ी पहनती हैं. यह कैंसर शरीर के उस स्थान पर होता है, जहां पर साड़ी बांधी जाती है जो कमर के बीच का भाग है. यह स्थिति पेटीकोट के टाइट नाड़े के कारण होती है, जो साड़ी को बांधने के लिए कमर पर कसा जाता है. ‘साड़ी कैंसर’ के अलावा इसे ‘पेटीकोट कैंसर’ के नाम से भी जाना जाता है.
डॉक्टर की इन सलाह पर करें गौर
पेटीकोट को बहुत कसकर न बांधें, खासकर अगर त्वचा में रंग बदलने या पपड़ी बनने जैसे डर्मेटोसिस के शुरुआती लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें. पेटीकोट में चौड़ा कमरबंद इस्तेमाल करने से कमर पर दबाव समान रूप से बंटता है. पेटीकोट को बांधने की ऊंचाई समय-समय पर बदलते रहें. घर पर हों तो ढीले इलास्टिक वाले पतलून पहने ताकि हवा का संचार बना रहे. कभी भी टाइट कपड़ा न पहनें, हमेशा आरामदायक कपड़ा ही पहनें. कमर पर टाइट बेल्ट या नाड़ा न बांधें. स्किन पर अगर इलास्टिक से जलन और खुजली हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं.
FIRST PUBLISHED : November 12, 2024, 06:52 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Bharat.one किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.
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