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नाक में चांदी की नथ क्यों नहीं पहननी चाहिए, क्या है इसके पीछे का कारण? जानिए


गुजरात: हिंदू धर्म में आभूषणों का महत्व केवल साज-सज्जा तक सीमित नहीं है, बल्कि ये धार्मिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण माने जाते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर आभूषण का एक विशेष ग्रह से संबंध होता है, जो व्यक्ति के जीवन पर सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है. पुरुष और महिलाएं अक्सर अपने आभूषणों का चयन धातु, रत्न और रंगों के आधार पर करते हैं, लेकिन इन आभूषणों का क्या असर होगा, इस बात से अनजान रहते हैं.

महिलाओं के श्रृंगार में सोने-चांदी का महत्व
महिलाओं के श्रृंगार के लिए सोने और चांदी से बने आभूषणों को खास अहमियत दी गई है. कान, उंगलियों, हाथों और गर्दन पर सोने और चांदी के आभूषणों का प्रयोग आम है. लेकिन क्या आपने ध्यान दिया है कि नाक में चांदी का आभूषण पहनना वर्जित है? इसके पीछे क्या कारण है? इस सवाल का जवाब भोपाल निवासी ज्योतिषी और वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से जानने का प्रयास करते हैं.

शरीर के ऊपरी हिस्से के लिए सोना, निचले हिस्से के लिए चांदी
ज्योतिषीय मान्यता के अनुसार, सोने के आभूषणों को शरीर के ऊपरी हिस्से में पहनना चाहिए, जबकि चांदी के आभूषण निचले हिस्से में पहनना शुभ माना जाता है. धार्मिक मान्यताओं में शरीर के ऊपरी हिस्से को भगवान का अंश माना गया है, और सोने को शुभता का प्रतीक माना गया है. सोने पर सूर्य और बृहस्पति ग्रह का शासन माना गया है, जो इसे दिव्य और शक्ति से भरपूर बनाते हैं.

सोने का देवी-देवताओं से संबंध
सोने को देवी-देवताओं से जोड़कर देखा जाता है और इसे सूर्य के साथ भी संबंधित माना गया है. सूर्य आत्मविश्वास, ऊर्जा और नेतृत्व का प्रतीक होता है. जब आप शरीर के ऊपरी हिस्से पर सोने के आभूषण पहनते हैं, तो इसका सकारात्मक प्रभाव बढ़ता है, जिससे जीवन में आत्मविश्वास और ऊर्जा का संचार होता है.

चांदी के आभूषण और उनका चंद्रमा से संबंध
चांदी के आभूषणों को ज्योतिष में शीतलता का कारक माना गया है. चांदी को चंद्रमा का घर माना जाता है और इस पर चंद्रमा का शासन होता है. ऐसे में जब चांदी की नथ पहनी जाती है, तो शुक्र ग्रह पर नकारात्मक असर हो सकता है, जिससे जीवन में अस्थिरता आ सकती है. इसलिए ज्योतिषीय दृष्टिकोण से नाक में चांदी पहनने से बचने की सलाह दी जाती है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

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