
गोपालगंज. बिहार के प्रमुख सिद्ध पीठों में से एक गोपालगंज जिले का थावे धाम एक खास मिठाई के लिए भी चर्चा में रहता है जिसका नाम है- ‘पेड़ूकिया’. शुद्ध खोया और शुद्ध घी का बना हुआ यह पेड़ूकिया केवल गोपालगंज में ही नहीं, बल्कि यूपी-बिहार समेत देश और विदेशों में भी मशहूर है. थावे धाम में मां सिंहासिनी के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु पूजा के बाद इस मिठाई को प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं. इसके बाद अपने परिवार और रिश्तेदारों के लिए भी लेकर जाते हैं.
पेड़ूकिया बनाने वाले कारीगर बड़े ही बारीकी से इस काम को अंजाम देते हैं. लोकेल-18 की टीम से पेड़ूकिया बनाने वाले कारीगरों से बात की, तो उन्होंने पूरी रेसिपी को बताया.
ऐसे बनता है पेड़ूकिया
पेड़ूकिया बनाने वाले कारीगर बताते हैं कि पहले दूध का शुद्ध खोया तैयार किया जाता है. इसके बाद मैदे को गूंथ कर उसका छोटा-छोटा लेप बनाया जाता है. मैदे के इस लेप में खोया को रखकर उसे पैक किया जाता है. पैकिंग के बाद से एक साइड से उसकी चूड़ीदार मोडाई की जाती है. इसके साथ ही कच्चा पेड़ूकिया तैयार हो जाता है. अब कच्चे पेड़ूकिया को खौलते हुए शुद्ध घी में डाला जाता है. एक निर्धारित समय में शुद्ध घी में पकने के बाद इसे चीनी की चाशनी में डाल दिया जाता है. इसके बाद पेड़ूकिया पूरी तरह तैयार हो जाता है.
थावे में 100 से अधिक दुकानें
थावे दुर्गा मंदिर से लेकर थावे स्टेशन तक पेड़ूकिया की 100 से अधिक दुकानें हैं. सभी दुकानों पर हमेशा भीड़ लगी रहती है. कुछ दुकानों पर तो पेडूकिया निकलते ही ग्राहक लूट लेते हैं. यहां के दुकानदार पेडूकिया की बिक्री कर अच्छी आमदनी भी करते हैं.
300 रु प्रति किलो और 25 रुपये प्रति पीस है रेट
शुद्ध घी का बना हुआ पेड़ किया ग्राहकों को ₹300 प्रति किलो मिल जाता है वहीं यदि ग्राहकों को एक पीस लेना हो तो इसका दाम ₹25 लगता है.
FIRST PUBLISHED : December 8, 2024, 11:15 IST
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/recipe-popular-sweet-pedukiya-of-thawe-dham-prepared-with-pure-ghee-and-khoya-local18-8883045.html







