
Margashirsha Purnima 2024: हिंदू कैलेंडर के 12 महीनों में मार्गशीर्ष मास भगवान विष्णु को सबसे अधिक प्रिय और विशेष फल प्रदान करने वाला माना जाता है. इस माह साल की अंतिम पूर्णिमा मनाई जाएगी, जो 15 दिसंबर को पड़ रही है. ये भक्तों के पाप नष्ट करने और मोक्ष देने के लिए सबसे उत्तम समय माना जाता है. इस दिन श्रीहरि की पूजा करने से उनका आशीर्वाद है. साथ ही बिगड़े कार्य बनने लगते हैं. मान्यता है कि, मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और भोलेनाथ की पूजा अर्चना करने से कई गुना फल प्राप्त होते हैं. हालांकि, इसका लाभ जातक को तभी मिलेगा जब इससे जुड़े उपाय करेंगे. इसलिए इस दिन कुछ कार्य करने की मनाही होती है. अब सवाल है कि आखिर मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर क्या करें और क्या न करें? इस बारे में Bharat.one को बता रहे हैं प्रतापविहार गाजियाबाद से ज्योतिषाचार्य राकेश चतुर्वेदी-
मार्गशीर्ष में पूजा करने के लाभ
ज्योतिषाचार्य के मुताबिक, मार्गशीर्ष मास में विष्णु भगवान के साथ ही भोलेनाथ के निमित्त कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि का सबसे अधिक महत्व होता है. इस दिन भोलेनाथ भक्तों से प्रसन्न होकर दीर्घायु का आशीर्वाद प्रदान करते हैं और अकाल मृत्यु, अकाल मृत्यु का भय, सभी पाप नष्ट हो जाते हैं.
मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर क्या करें ?
मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर क्या न करें ?
FIRST PUBLISHED : December 14, 2024, 13:37 IST







