हरिद्वार. साल 2025 की शुरुआत होने में अब कुछ ही घंटे बचे हैं, और यदि आप इस पूरे वर्ष स्वस्थ और आर्थिक तंगी से दूर रहना चाहते हैं, तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है. साल 2025 की शुरुआत बुधवार को पौष मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि से हो रही है. वैदिक पंचांग के अनुसार, शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को अत्यंत शुभ माना जाता है. इस दिन पूजा-पाठ, व्रत, धार्मिक अनुष्ठान और मानव कल्याण के कार्य करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है. इस दिन विष्णु भगवान और माता लक्ष्मी की कथा सुनने और कराने का बहुत अधिक महत्व है. साल के पहले दिन भगवान की भक्ति में रम कर पवित्र मन और हृदय से विष्णु भगवान की ‘सत्यनारायण’ कथा कराने से साल भर आप स्वस्थ रहेंगे और धन के भंडार खाली नहीं होंगे.
हरिद्वार के ज्योतिषी पंडित श्रीधर शास्त्री बताते हैं कि कुछ घंटे बाद साल 2025 का आगमन हो जाएगा. नए साल को सुखमय बनाने के लिए इस दिन ‘सत्यनारायण’ कथा का आयोजन दोपहर 12:00 से पहले करने पर विष्णु भगवान विशेष कृपा प्राप्त होती है. सत्यनारायण कथा सुनने और कराने का शास्त्रों में बहुत अधिक महत्व बताया गया है. इस कथा को सुनने से मन पवित्र और हृदय में विष्णु भगवान का वास होता है जिससे सभी आंतरिक रोग और समस्याएं खत्म हो जाती हैं.
खत्म होंगे नकारात्मक प्रभाव
पंडित श्रीधर शास्त्री बताते हैं कि सत्यनारायण कथा के आयोजन से घर की नकारात्मक ऊर्जा, नकारात्मक प्रभाव पूर्ण रूप से खत्म हो जाते हैं और मानसिक शांति, हृदय में भगवान का वास होता है. सत्यनारायण कथा का आयोजन से साधकों पर माता लक्ष्मी की कृपा होती है जिससे साल भर धन के भंडार भरे रहते हैं. साथ ही नए साल के पहले दिन इष्ट देव की पूजा की जानी चाहिए. हिंदू मान्यता है कि साल के पहले दिन इष्ट देव का पूजन अवश्य किया जाना चाहिए. माना जाता है कि साल के पहले दिन पूजन से इष्ट देव वर्ष भर प्रसन्न रहते हैं. साथ ही माता लक्ष्मी भी प्रसन्न रहती हैं.
Note: जनवरी 2025 में सत्यनारायण कथा करने के धार्मिक महत्व की ज्यादा जानकारी के लिए आप हरिद्वार के विद्वान ज्योतिषी पंडित श्रीधर शास्त्री से उनके फोन नंबर 9557125411 और 9997509443 पर संपर्क कर सकते हैं.
FIRST PUBLISHED : December 31, 2024, 12:45 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.