मिर्जापुर: प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ मेला 2025 की तैयारी की जा रही है. महाकुंभ मेले में 45 करोड़ भक्तों के आने की संभावना है. वहीं, मिर्जापुर में 5 करोड़ भक्तों के आने का अनुमान है. अगर आप भी प्रयागराज से मिर्जापुर दर्शन करने के लिए आ रहे हैं, तो बेहद कम खर्च में त्रिकोण यात्रा कर सकते हैं.
आप ट्रेन या बस किसी भी माध्यम से आप मिर्जापुर आ सकते हैं. यहां पर आदिशक्ति मां विंध्यवासिनी के साथ ही मां सरस्वती की अवतार अष्टभुजा व महाकाली की अवतार कालीखोह के दर्शन कर सकेंगे. मां के त्रिकोण यात्रा में यह तीनों मंदिर प्रमुख हैं.
प्रयागराज से मिर्जापुर में स्थित जगत जननी मां विंध्यवासिनी धाम की दूरी 95 किलोमीटर दूर है. प्रयागराज से मिर्जापुर आने के लिए बस और रेल की सुविधा है. बस से आप आसानी से विंध्याचल रोडवेज स्टेशन आ सकते हैं.
जहां बस का किराया 149 रुपये हैं. बस स्टैंड से महज 10 रुपए देकर आप मां विंध्यवासिनी धाम आ सकते हैं. मां विंध्यवासिनी धाम से 20 रुपये देकर अष्टभुजा और 30 रुपये देकर कालीखोह मंदिर पहुंच जाएंगे. सड़क मार्ग से भक्त नैनी वाया मेजा होते हुए या वाराणसी वाया गोपीगंज से होकर आ सकते हैं.
इतना है होटल का किराया
अगर कोई भक्त मां विंध्यवासिनी धाम में रुककर दर्शन करना चाह रहे हैं तो 1000 से 1200 रुपए के बीच में होटल मिल जाएगा. वहीं, महज 100 रुपए थाली में भोजन उपलब्ध है. एक भक्त पर अनुमानित 1000 रुपए खर्च आएगा. मां के दर्शन के साथ ही भक्त कई फॉल व झरने घूम सकते हैं. मिर्जापुर से दर्शनार्थी आसानी से बस के माध्यम से लगभग ढाई घंटे में वाराणसी पहुंच जाएंगे.
FIRST PUBLISHED : January 7, 2025, 07:48 IST