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Magnesium Deficiency: अगर इस एक मिनिरल की शरीर में कमी हो गई तो पूरा शरीर टूट सकता है. इससे नस-नस में जंग लग सकता है. किसी काम को करने में भारी परेशानी हो सकती है. हार्वर्ड के डॉक्टर ने इसके चार खास संकेत बताए …और पढ़ें

मैग्नीशियम की कमी के लक्षण.
Magnesium Deficiency: अमेरिकी मेडिकल कॉलेज हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के डॉक्टर सौरभ सेट्ठी ने मैग्नीशियम की कमी के ऐसे 4 संकेत बताए हैं जिसे कभी इग्नोर नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे सासों की डोर भी बंद हो सकती है. इंस्टाग्राम पर उन्होंने इसे बताते हुए कहा कि शरीर को चलाने के लिए मैग्नीशियम की बहुत ज्यादा जरूरी होती है. शरीर के कई कामों को चलाने के लिए मैग्नीशियम की जरूरत होती है. यहां तक धड़कनों को बरकरार रखने में भी मैग्नीशियम का महत्वपूर्ण योगदान होता है. अब यहां जानिए ये चार संकेत क्या-क्या हैं.
मैग्नीशियम की कमी के संकेत
1. एनर्जी की कमी-डॉ. सौरभ सेट्ठी बताते हैं कि इसका पहला संकेत हैं कि आपके शरीर में एनर्जी की कमी रहती है. अगर बहुत ज्यादा थकान रहती है तो इसका मतलब है कि आपके शरीर में एनर्जी की कमी है. थकान और कमजोरी इतनी रहती है कि इससे मसल्स में क्रैंप आने लगते हैं. इसका कारण है कि जब शरीर में मैग्नीशियम की कमी होती होती तो कोशिकाओं के अंदर एटीपी कम बनता है. यही एनर्जी देती है. इसी के कारण ताकत में कमी आती है.
2. हार्ट बीट में परेशानी-अगर मैग्नीशियम की कमी होगी तो धड़कने नियमित नहीं होगी. कबी बहुत तेज चलने लगेगी तो कभी बहुत कम चलेगी. दरअसल, मैग्नीशियम शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स को बैलेंस करता है. इलेक्ट्रोलाइट्स के कारण ही शरीर की नसें सक्रिय रहती है. इसलिए जब नसों में इलेक्ट्रोलाइट्स नहीं होगा तो नसों में एक तरह से जंग लग जाएगा और यह किसी सिग्नल को सही से नहीं पहुंचाएगा. इसका नतीजा होगा कि हार्ट तक सिग्नल सही से नहीं पहुंचेगा जिसके कारण हार्ट बीट में अनियमितता आने लगेगी.
3. मांसपेशियों में क्रैंप-अगर मैग्नीशियम की कमी होगी तो मांसपेशियों में क्रैंप आने लगेंगे. इससे मांसपेशियों में सूजन होने लगेगी. मैग्नीशियम शरीर में पोटैशियम और कैल्शियम को बैलेंस करता है. यह पोटैशियम और कैल्शियम मसल्स की कोशिकाओं में कंस्ट्रेशन पैदा करता जिससे मसल्स एकजुट रहता है लेकिन जब मैग्नीशियम की कमी होने लगेगी तो मसल्स बिखड़ने लगेंगे जिसका परिणाम पैरों में क्रैंप आने लगेगा.
4. मूड सही नहीं रहेगा-अगर मैग्नीशियम की कमी हो गई है तो कभी भी मूड सही नहीं रहेगा. डॉ. सेट्ठी कहते हैं कि मैग्नीशियम के कारण ही सेरोटोनिन हार्मोन बूस्ट रहता है और तनाव वाले हार्मोन कॉर्टिसोल को कंट्रोल करता है. सेरोटोनिन न्यूरोट्रांसमीटर को बूस्ट करता है जिससे मूड सही रहता है. अगर मैग्नीशियम की कमी है तो यह सब नहीं होता है मूड में चिड़चिड़पन आ जाता है. अगर यह ज्यादा दिनों तक रह जाए तो डिप्रेशन की बीमारी हो जाएगी.
मैग्नीशियम की कमी के लिए क्या खाएं
मैग्नीशियम की कमी के लिए हरी पत्तीदार सब्जियों को खूब खाएं. पालक में बहुत मैग्नीशियम होता है. इसके साथ ही सीड्स, नट्स, बादाम, सनफ्लावर सीड्स, काजू आदि का भरपूर सेवन करें. यदि ज्यादा परेशानी है तो डॉक्टर से मिलें.
February 10, 2025, 18:02 IST
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-harvard-doctor-says-4-sign-of-magnesium-deficiency-you-should-never-ignore-9022369.html