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Premanand Ji Maharaj : प्रेमानंद जी महाराज का संदेश है कि बच्चों को प्यार देना कोई विकल्प नहीं है, यह माता-पिता की प्राथमिक जिम्मेदारी है. अगर इस रिश्ते को अच्छे से निभाया जाए, तो बच्चों में भी माता-पिता के लिए…और पढ़ें
बच्चों के साथ कैसा हो माता-पिता का रिश्ता?
हाइलाइट्स
- बच्चों को प्यार देना माता-पिता की प्राथमिक जिम्मेदारी है.
- बच्चों को समय न देने पर भविष्य में वे दूर हो सकते हैं.
- माता-पिता को समय का सही प्रबंधन करना चाहिए.
Premanand Ji Maharaj : प्रेमानंद जी महाराज ने हमेशा अपने उपदेशों में जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया है. हाल ही में एक भक्त ने उनसे एक सवाल पूछा कि वे ढाई साल के अपने बच्चे को पर्याप्त समय नहीं दे पा रहे हैं, क्योंकि उन्हें अपने काम की वजह से अक्सर घर से बाहर रहना पड़ता है. इस सवाल पर प्रेमानंद जी महाराज का उत्तर एक गहरी शिक्षा देने वाला था, जिसमें उन्होंने पेरेंट्स को सच्ची जिम्मेदारी का अहसास कराया.
क्या कहा प्रेमानंद महाराज ने
महाराज ने कहा, “आप जो मेहनत करके पैसा कमा रहे हैं, वह तभी तक उपयोगी है, जब तक वह आपको और आपके परिवार को खुशहाल बनाए. अगर आप अपने बच्चों को समय नहीं दे पा रहे हैं, तो यह पैसा किस काम का?” उनका कहना था कि भले ही कोई इंसान कमाई में बहुत अच्छा हो, लेकिन अगर वह अपने बच्चों को प्यार और ध्यान नहीं दे पा रहा है, तो उसकी मेहनत का कोई अर्थ नहीं रह जाता.
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बच्चों को न सिर्फ शारीरिक देखभाल की जरूरत होती है, बल्कि उन्हें अपने माता-पिता का सच्चा प्यार चाहिए. वह उदाहरण देते हुए बोले कि कोई भी नौकरानी बच्चे के लिए माता-पिता के जैसे संस्कार नहीं दे सकती. बच्चों के लिए उनका माता-पिता का प्यार ही सबसे बड़ा आदर्श होता है, जिसे कोई भी बाहरी व्यक्ति नहीं दे सकता.
प्रेमानंद जी महाराज ने पेरेंट्स को चेतावनी दी कि अगर वे आज अपने बच्चे को प्यार नहीं देंगे, तो भविष्य में उनका बच्चा कभी उन्हें वह प्यार नहीं देगा, जो वे चाहते हैं. उन्होंने कहा, “अगर आज आप बच्चे के साथ समय नहीं बिता रहे हैं, तो वह बड़े होकर कभी आपके करीब नहीं आएगा. यह प्यार का संबंध टूट जाएगा और वह घर से दूर चला जाएगा.”
महाराज ने यह भी कहा कि माता-पिता दोनों को अगर काम के कारण समय नहीं मिल पा रहा है, तो उन्हें समय का सही प्रबंधन करना चाहिए. अगर दोनों पेरेंट्स कामकाजी हैं, तो यह और भी जरूरी हो जाता है कि वे अपने बच्चों के साथ समय बिताने के लिए सही तरीके से अपने कार्यों को व्यवस्थित करें.
February 23, 2025, 04:31 IST
‘पलट कर कभी मुंह नहीं देखेगा आपका बच्चा…!’, प्रेमानंद महाराज ने कही बड़ी बात







