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Jehanabad News: जिले में बर्ड फ्लू के दस्तक देने से लोगों के बीच एक सवाल है, कि बर्ड फ्लू होने के बाद चिकन नहीं खाना है, क्या नॉन वेज खाना बंद कर देना चाहिए. इस सवाल का उत्तर पशुपालन पदाधिकारी ने क्या दिया है च…और पढ़ें

मुर्गियां
हाइलाइट्स
- बर्ड फ्लू की पुष्टि सिर्फ कौवे में हुई है.
- चिकन और नॉन वेज खाने में कोई दिक्कत नहीं है.
- सैनिटाइजेशन का काम एक सप्ताह तक चलेगा.
जहानाबाद:- जिले में बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है. कुछ दिन पहले ही डीएम ऑफिस और पुलिस लाइन में कुछ कौवे की अचानक से मौत हुई थी, जिसका सैंपल कलकत्ता भेजा गया था. इसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग और तमाम प्रशासन की टीम एक्टिव हो चुकी हैं. पशुपालन विभाग की ओर से जहां भी इसके केस मिले हैं, वहां पर सैनिटाइज करने का काम किया जा रहा है. इसे लेकर ब्लॉक लेवल पर भी टीम गठित की गई हैं. सैनिटाइजेशन का काम लगातार एक सप्ताह तक चलेगा. जिले में बड़े पैमाने पर पोल्ट्री फार्म संचालित हो रहे हैं. इसलिए, उन लोगों को भी सतर्क किया गया है.
ऐसे में जो चिकन लवर हैं, उनके मन में थोड़ा बहुत संदेह होगा कि बर्ड फ्लू होने के बाद चिकन नहीं खाना है क्या, नॉन वेज खाना बंद कर देना चाहिए. तो वहीं दूसरी ओर, कुछ चिकन विक्रेता के मन में भी सवाल होगा कि क्या उनका बिजनेस कुछ दिन के लिए ठप हो जाएगा. इन्हीं सवालों को लेकर Bharat.one की टीम ने जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉक्टर विनय कुमार से बात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि बर्ड फ्लू की पुष्टि अब तक सिर्फ कौवे की मरने में ही हुई है. वे बताते हैं, कि कौवे के मरने के बाद सामान्य रूप में भी पॉजिटिव पाए जाते हैं. इसे लेकर ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है. ऐसा नहीं है कि मुर्गे, व अन्य पक्षियों, में भी यह बीमारी हो चुकी है.
बर्ड फ्लू में क्या खा सकते हैं नॉन वेज
उन्होंने कहा कि इसे लेकर थोड़ी सी भी चिंता करने की जरूरत नहीं है. आप जैसे भी नॉर्मल जीवन जी रहे हैं, वैसे जिंदगी जीएं. सभी तरह के वेज और नॉन वेज खाना खा सकते हैं. नॉन वेज खाने में कोई दिक्कत नहीं है. यहां जितने भी पोल्ट्री का व्यवसाय कर रहे हैं, जैसे अपने बर्ड्स को रखे हुए हैं, वैसे ही रखें. जो खाने वाले हैं वो खा भी सकते हैं. हमारे पक्षियों में बर्ड फ्लू होने का खतरा न के बराबर है. जिले से दिसंबर 2024 में 327 सैंपल लिए गए थे, जिसमें पोल्ट्री और लोकल फार्म्स शामिल थे. उस समय सभी सैंपल नेगेटिव आया था. कौवे में ये बीमारी सामान्य रूप से पाई जाती है.
अलग- अलग फार्म्स से 147 सैंपल लिए गए
पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि इसका असर किसी दूसरे पक्षी पर अभी भी नहीं दिखा है. न ही किसी फार्म से सूचना मिली है. जिले में अब तक 7 कौवे की मौत हुई है. इसके लिए सैनिटाइज करने का काम चल रहा है. जिस भी क्षेत्र में मौत हुई है, वहां पर पूरे इलाके को सैनिटाइज करने का काम किया गया है. अलग-अलग जगहों से फिर से अलग-अलग 147 सैंपल लिए गए हैं, जिसे पटना भेजा जाएगा. ऐसे में यह देखा जाए तो चिकन लवर को चिकन खाने में कोई मनाही नहीं है. वह बिल्कुल चिंतामुक्त होकर नॉन वेज खा सकते हैं. अब तक किसी भी तरह से डरने की कोई बात सामने नहीं आई है.
Jehanabad,Bihar
March 01, 2025, 09:02 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Bharat.one किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.
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