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कम नींद से समय से पहले मौत का खतरा


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Sleeping Less Premature Death: एक नए अध्ययन में पाया है कि जो लोग कम नींद लेते हैं उनमें समय से पहले मौत का खतरा बहुत ज्यादा हो जाता है. साथ ही बहुत सारी बीमारियां का जोखिम भी बढ़ जाता है.

इतने घंटे से कम सोएंगे तो मौत होगी नजदीक, इतनी बीमारियां होंगी कि गिन नहीं सके

कम नींद से मौत का जोखिम.

हाइलाइट्स

  • 7 घंटे से कम नींद से समय से पहले मौत का खतरा बढ़ता है.
  • ज्यादा सोना भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है.
  • खराब नींद से हार्ट डिजीज और कैंसर का जोखिम बढ़ता है.

Sleeping Less Premature Death: दिन भर थकान के बाद अगर रात को सुकून भरी नींद आ जाए तो इसका फायदा आपके पूरे तन-मन पर बेमिसाल होता है. लेकिन सवाल यह है कि कितनी देर आपको सोना चाहिए जिससे कोई बीमारी नहीं हो. मतलब रात में कितने घंटे की नींद पर्याप्त है. एक नए अध्ययन की मानें तो रात में न ज्यादा सोना अच्छा है न कम सोना अच्छा है. जामा नेटवर्क में प्रकाशित इस अध्ययन में कहा गया है कि यदि आप 7 घंटे से कम सोते हैं तो इससे समय से पहले मौत का खतरा कई गुना बढ़ जाता है. इसमें इतनी तरह की बीमारियां लगेंगी कि इसका गिनना मुश्किल हो जाएगा.

मौत का खतरा 29 प्रतिशत ज्यादा
अध्ययन में यह भी कहा गया कि ज्यादा सोना भी कम खतरनाक नहीं है. लेकिन सवाल है कि कितनी देर सोना सबसे बेहतर माना जाता है. वेंडरबिल्ड यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए इस अध्ययन में कहा गया है कि 7 घंटे की नींद सबसे पर्याप्त है. इससे कम और इससे ज्यादा की नींद भी खराब है. यह अध्ययन 47 हजार लोगों पर किया गया जिनकी उम्र 40 से 79 साल के बीच थी. अध्ययन में कहा गया कि जो लोग पांच साल तक लगातार खराब नींद में सोते हैं या कम नींद लेते हैं या ज्यादा नींद लेते हैं, उनमें समय से पहले मौत का खतरा कई गुना बढ़ जाता है. अमेरिका स्थित वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी के एक नए अध्ययन में बताया गया है कि कम नींद से समय से पहले मौत का जोखिम 29 प्रतिशत तक बढ़ सकता है. वहीं खराब नींद के कारण हार्ट से संबंधित बीमारियों का खतरा 32 प्रतिशत बढ़ जाती है. खराब नींद से डिमेंशिया, हृदय रोग, टाइप 2 मधुमेह, मोटापा और यहां तक कि कुछ कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है.

32 प्रतिशत हार्ट डिजीज का खतरा
जामा नेटवर्क ओपन में प्रकाशित शोध के मुताबिक इस अध्ययन में 12 साल तक 47 हजार लोगों की नींद के पैटर्न पर नजर रखी गई. अंत में जब विश्लेषण किया गया तो पाया गया कि इनमें से 13,500 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. इनमें जब मौत के कारणों का पता लगाया गया तो पता चला कि 4,100 हार्ट डिजीज से और 3,000 लोगों की कैंसर से मौत हो गई. सुकून भरी नींद के लिए रात में सोने से एक घंटे पहले मोबाइल-टीवी आदि बंद कर दें. खाने के तुरंत बाद न सोएं. कुछ देर वॉक कर लें. रोजाना एक्सरसाइज करने से अच्छी नींद आएगी. रात में अल्कोहल, सिगरेट का सेवन न करें. चाय-कॉफी भी सोते समय न पिएं. तनाव अगर है तो उसे दूर करने के लिए योग-मेडिटेशन करें. अगर बॉडी में थकान है तो मालिश सबसे ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है.

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इतने घंटे से कम सोएंगे तो मौत होगी नजदीक, इतनी बीमारियां होंगी कि गिन नहीं सके


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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-how-many-hours-of-sleep-enough-for-good-health-less-than-7-hours-of-sleeping-may-premature-death-heart-attack-9070605.html

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