Last Updated:
Green Gram Consumption Benefits: हरा चना औषधीय गुणों से भरपूर है. इसका लोग कई तरह से सेवन करते हैं. बाजार में हरा कुछ हीं दिनों तक मिलती है. इसमें प्रचूर मात्रा में फाइबर, पोटैशियम और मैग्नीशियम पाया जाता है. ड…और पढ़ें

डायटिशियन से जानें हरा चना के फायदे
हाइलाइट्स
- हरा चना कब्ज और बीपी के लिए फायदेमंद है.
- डायबिटीज मरीज हरे चने का सेवन कर सकते हैं.
- हरे चने में प्रोटीन, फाइबर, पोटैशियम और मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में होते हैं.
पटना. इन दिनों बाजार में हरे चने बिकते हुए खूब दिखाई दे रहे हैं. लोग इसका प्रयोग सीधे सब्जी, सूप, सलाद या दूसरे व्यंजनों में करते हैं. समय से पहले तोड़ लेने के कारण इसमें प्राकृतिक नमी मौजूद होती है और खाने में बेहद स्वादिष्ट लगती है. गांव के लोग इसको ऐसे भी खेतों से तोड़ कर खाते हैं. यह जितना स्वादिष्ट खाने में है, उतना ही पोषक तत्वों से भरा होता है.
पाचन की समस्या, हृदय समस्या सहित कई बीमारियों में भी बेहद लाभदायक साबित होता है. पटना की चर्चित डायटिशियन अनुभा आनंद ने बताया कि हरा चना सिर्फ इसी सीजन मिलती है. इसलिए, जितने दिन भी यह बाजार में उपलब्ध है, उतने दिन लोगों को इसका सेवन जरूर करना चाहिए.
क्या है इसकी खासियत
डायटिशियन अनुभा आनंद बताती हैं कि हरे चने में एंटीऑक्सीडेंट पाई जाती है. प्रचुर मात्रा में फाइबर होती है जिससे कब्ज की समस्या का निदान होता है. प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है जिससे मसल्स गेन में कारगर है. पोटैशियम और मैग्नीशियम अच्छी मात्रा में पाई जाती है जो बीपी कंट्रोल करने के काम आती है. हृदय सम्बंधित बीमारियों से निपटने के भी यह बहुत मदद करता है. इसमें आयरन भी अच्छी मात्रा में पाई जाती है. इसीलिए जिनको खून की कमी है वो अपने डाइट में इसको जरूर शामिल करें. विटामिन बी 6, बी 9 फोलेट सहित कई न्यूट्रिएंट पाए जाते हैं.
डायबिटीज और गैस वाले लोग ऐसे करें सेवन
उन्होंने आगे बताया कि इसका ग्लाइसेमिक इंडैक्स भी काफी कम होता है. इस कारण डायबिटीज मरीज हरे चने को अपने डाइट में जरूर शामिल कर सकते हैं. ब्लड शुगर को भी रेगुलेट करता है. फाइबर की मात्रा अधिक होने से पेट ज्यादा देर तक भरा रहता है और भूख कम लगती है. इसलिए, वजन कम करने में भी यह कारगर है. उन्होंने यह भी बताया कि गैस की बीमारी से ग्रसित लोग इसको कच्चा सेवन ना करें. ऐसे लोग हरे चने को उबाल कर खाएं. यह कोलेस्ट्रॉल को भी कम करता है.
काला चना से अलग कैसे?
डायटिशियन अनुभा आनंद बताती हैं कि काला चना इसी का सूखा प्रकार है. इसको ज्यादा दिनों तक स्टोर करने के लिए प्रिजर्वेटिव का भी प्रयोग किया जाता है. जबकि हरा चना बिल्कुल फ्रेश होता है. प्रोटीन की मात्रा काले चने की तुलना में हरे चने में ज्यादा है. कैलरी काले चने की तुलना में हरे चने में कम है. हरे चने में बहुत सारे एमिनो एसिड पाए जाते हैं तो हमारे लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. इसीलिए अनुभा आनंद सभी लोगों को यह सलाह देती हैं कि सीजन में इसका सेवन अवश्य करें.
March 07, 2025, 11:57 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Bharat.one किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-green-gram-consumption-benefits-panacea-for-diseases-like-heart-diabetes-constipation-and-bp-local18-9083365.html