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Buy 5 Historical Things Of Nepal : नेपाल सिर्फ एक पर्यटन स्थल नहीं, बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों से भरा हुआ देश है. यहां से खुकरी, पश्मीना शॉल, लोक्टा पेपर, थंका पेंटिंग और नेपाली चाय जैसी चीजें खरीदकर …और पढ़ें

जो बौद्ध धर्म से जुड़ी हुई है. यह कला तिब्बती और नेपाली परंपराओं का संगम है
हाइलाइट्स
- नेपाल से खुकरी खरीदें, यह बहादुरी का प्रतीक है.
- पश्मीना शॉल नेपाल की शाही परंपरा की निशानी है.
- नेपाली लोक्टा पेपर पर्यावरण के अनुकूल और ऐतिहासिक है.
गोरखपुर : मार्च के महीने में बच्चों की परीक्षाएं खत्म हो चुकी है. अगर आप गर्मी के इन छुट्टियों में परिवार के साथ कहीं घूमने जाना चाहते हैं, तो नेपाल इसके लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन हो सकता है. नेपाल में हर साल लाखों सैलानी घूमने के लिए आते हैं. नेचर लवर्स के लिए ये बेहतरीन जगह है. अगर आप धार्मिक स्वभाव के हैं, तो भी नेपाल में आपके और परिवार के लोगों के लिए घूमने को काफी कुछ है. अच्छी बात ये है कि नेपाल गोरखपुर से ज्यादा दूर भी नहीं है, इसलिए आपको यहां की यात्रा करने के लिए बहुत ज्यादा खर्च करने की जरूरत नहीं है
नेपाल सिर्फ अपनी खूबसूरत वादियों, हिमालय और मंदिरों के लिए ही नहीं, बल्कि अपने ऐतिहासिक सामानों के लिए भी मशहूर है. अगर आप नेपाल घूमने जा रहे हैं, तो वहां की कुछ खास चीजें जरूर खरीदें, जिनका ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व भी है. आइए जानते हैं ऐसी 5 चीजें जिनका नेपाल से गहरा नाता है.
बहादुरी का प्रतीक है खुकरी : खुकरी नेपाल की सबसे प्रसिद्ध और ऐतिहासिक वस्तु है. यह एक प्रकार की घुमावदार तलवार होती है, जिसका उपयोग नेपाल के गौरखा सैनिक करते आए हैं. 1814-1816 के एंग्लो-नेपाल युद्ध में गोरखा सैनिकों ने इसी खुकरी से अंग्रेजों को कड़ी टक्कर दी थी. यह नेपाल की शक्ति और वीरता का प्रतीक मानी जाती है.
शाही परंपरा की निशानी है पश्मीना शॉल : नेपाल की पश्मीना शॉल अपनी सुंदरता के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है. यह ऊन खासतौर पर हिमालयी पहाड़ों में पाए जाने वाले चंगथंगी बकरियों से ली जाती है. 17वीं और 18वीं शताब्दी में यह शॉल नेपाल के शाही परिवार और भारतीय दरबारों में काफी लोकप्रिय थी. अगर आप नेपाल जाएं तो असली पश्मीना शॉल जरूर खरीदें.
नेपाली पेपर (लोक्टा पेपर) सदियों पुरानी विरासत : नेपाल का लोक्टा पेपर सदियों से हस्तनिर्मित कागज बनाने की परंपरा का हिस्सा रहा है. यह कागज खासतौर पर हिमालयी पेड़ों की छाल से तैयार किया जाता है और इसकी शुरुआत 12वीं शताब्दी में मानी जाती है. पहले इसे धार्मिक ग्रंथों और शाही दस्तावेजों के लिए इस्तेमाल किया जाता था. यह पर्यावरण के अनुकूल भी होता है.
थंका पेंटिंग, आध्यात्मिक कला का अनमोल खजाना : नेपाल में बुद्ध और हिंदू देवी-देवताओं की कांस्य और लकड़ी की मूर्तियां बहुत लोकप्रिय हैं. इनके अलावा थंका पेंटिंग भी एक ऐतिहासिक कला है, जो बौद्ध धर्म से जुड़ी हुई है. यह कला तिब्बती और नेपाली परंपराओं का संगम है और 11वीं शताब्दी से चली आ रही है.
नेपाली चाय : नेपाल की ऊंची पहाड़ियों में उगने वाली चाय अपनी खुशबू और स्वाद के लिए जानी जाती है. खासकर इलाम जिले की चाय दुनियाभर में मशहूर है. माना जाता है कि, नेपाल में चाय की खेती 19वीं शताब्दी में शुरू हुई थी, जब चीन से इसकी पत्तियां लाई गई थीं. नेपाल की हर्बल टी भी स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक होती है.
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