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Homeopathy Medicine For Summer : गर्मी के मौसम में हमारी हेल्थ प्रॉब्लम का सॉल्युशन होम्योपैथिक दवाओं में छिपा हो सकता है. कुछ दवाओं को गर्मी में होने वाली आम स्वास्थ्य समस्याओं के लिए हमेशा अपने घर में रखना चा…और पढ़ें

गर्मियों में घर पर रखें 4 होम्योपैथिक दवा
हाइलाइट्स
- गर्मियों में हीट स्ट्रोक के लिए ग्लोनोइनम उपयोगी है.
- फूड प्वाइजनिंग और डायरिया के लिए आर्सेनिक एल्बम लें.
- हिट रैशेज के लिए एपिस मेलिफिका प्रभावी है.
Homeopathy Medicine For Summer : गर्मी का मौसम अपने साथ न सिर्फ पीस और वेकेशन का लाता है, बल्कि यह कुछ नॉर्मल हेल्थ प्रॉब्लम्स को भी जन्म देता है. इस मौसम में डिहाइड्रेशन, फूड प्वाइजनिंग, डायरिया, उल्टी और जी मिचलाना जैसी समस्याएं ज्यादा देखने को मिलती हैं. यह प्रॉब्लम्स किसी भी उम्र के व्यक्ति को इफेक्ट कर सकती हैं, चाहे वह बच्चे हों, बुजुर्ग हों या युवा. ऐसे में होम्योपैथिक उपचार एक इफेक्टिव उपाय साबित हो सकता है. इस आर्टिकल में हम गर्मी के मौसम में होने वाली इन हेल्थ प्रॉब्लम्स से निपटने के लिए 4 बेहतरीन होम्योपैथिक दवाओं के बारे में जानेंगे, जिन्हें हर घर में रखा जाना चाहिए. इस विषय में ज्यादा जानकारी दे रहे हैं भोपाल के डॉक्टर गौरव अग्निहोत्री, B.H.M.S.
1. ग्लोनोइनम (Glonoinum) – हीट स्ट्रोक और सनस्ट्रोक के लिए
गर्मी में सबसे आम समस्या हीट स्ट्रोक या सनस्ट्रोक की होती है. इस स्थिति में शरीर का तापमान अचानक बढ़ जाता है, जिससे व्यक्ति को सिरदर्द, चक्कर आना, उल्टी और कमजोरी महसूस होती है. इन लक्षणों से राहत पाने के लिए ग्लोनोइनम एक बेहतरीन होम्योपैथिक दवा है. यह दवा बॉडी टेम्प्रेचर को कंट्रोल करने में मदद करती है और तेज सिरदर्द, चक्कर आना और कमजोरी जैसी समस्याओं को कम करती है. अगर किसी व्यक्ति को धूप में ज्यादा समय बिताने के बाद यह लक्षण महसूस होते हैं, तो ग्लोनोइनम तुरंत असर दिखाती है.
उपयोग का तरीका: ग्लोनोइनम को 30 पोटेंसी में लिया जा सकता है. आप इसे एक घंटे में दो-तीन बार लें, और जैसे ही लक्षणों में सुधार महसूस हो, इसे दिन में तीन बार ले सकते हैं.
2. आर्सेनिक एल्बम (Arsenicum Album) – फूड प्वाइजनिंग और डायरिया के लिए
गर्मी में बाहर का खाना खाने से अक्सर फूड प्वाइजनिंग की समस्याएं होती हैं. इसके लक्षणों में उल्टी, दस्त, पेट में ऐंठन और शरीर में कमजोरी महसूस होना शामिल हैं. ऐसे मामलों में आर्सेनिक एल्बम बहुत ज्यादा इफेक्टिव दवा है. यह पेट के संक्रमण, डायरिया और उल्टी की समस्याओं को जल्दी ठीक करती है और शरीर के पानी की कमी को भी पूरा करती है.
उपयोग का तरीका: आर्सेनिक एल्बम को 30 पोटेंसी में लिया जा सकता है. इसे दो-तीन घंटे के अंतर में लिया जा सकता है. जैसे ही लक्षण कम होने लगें, इसे दिन में तीन बार लिया जा सकता है.
3. एपिस मेलिफिका (Apis Mellifica) – हिट रैशेज (Heat Rashes) के लिए
गर्मियों में स्किन पर रैशेज का होना एक सामान्य समस्या है, खासकर बच्चों में. इसे हिट रैशेज कहते हैं, जो शरीर पर चुभन और जलन की भावना पैदा करते हैं. एपिस मेलिफिका इस समस्या का इलाज करती है. यह दवा स्किन पर होने वाली सूजन, जलन और खुजली को कम करती है और तुरंत राहत प्रदान करती है.
उपयोग का तरीका: एपिस मेलिफिका को 30 पोटेंसी में लिया जा सकता है. यह दवा बच्चों और वयस्कों दोनों के लिए उपयोगी है. एक या दो गोलियां बच्चों को दी जा सकती हैं, जबकि वयस्कों को थोड़ा ज्यादा डोज़ दिया जा सकता है. इसे दिन में तीन बार लिया जा सकता है, जब तक कि लक्षण पूरी तरह से समाप्त न हो जाएं.
4. नैट्रम कार्बोनिकम 30 (Natrum carbonicum 30) गर्मी में बहुत थकान और स्ट्रोक के लिए
गर्मियों में बहुत तेज धूप से आने के बाद जब बॉडी को बहुत ज्यादा थकान होती, बॉडी एक्जॉस्ट हो जाती है उसे कवर करती है. वेदर चेंज होने पर जो रेस्टलेसनेस आती है उसे भी कवर करती है.
उपयोग का तरीका: नैट्रम कार्बोनिकम 30 पोटेंसी में लिया जा सकता है. यह दवा बच्चों और वयस्कों दोनों के लिए उपयोगी है. एक या दो गोलियां बच्चों को दी जा सकती हैं, जबकि वयस्कों को थोड़ा ज्यादा डोज़ दिया जा सकता है. इसे दिन में तीन बार लिया जा सकता है, जब तक कि लक्षण पूरी तरह से समाप्त न हो जाएं.
ध्यान रखें
इन दवाओं का इस्तेमाल करने से पहले, अगर किसी व्यक्ति को गंभीर लक्षण महसूस हों, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है. हमेशा याद रखें, होम्योपैथी दवाएं धीरे-धीरे असर दिखाती हैं और इनसे कोई भी साइड इफैक्ट नहीं होता है, जब तक आप इन्हें सही तरीके से लेते हैं.
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