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Chaitra Navratri 2025: चैत्र नवरात्रि में देवी भक्त मां की पूजा तो करते ही हैं. अगर आप मां के साथ महादेव का आशीर्वाद लेना चाहते हैं तो इतने मुखी रुद्राक्ष पहनकर मां की पूजा करें. फिर देखें कमाल…

चैत्र नवरात्रि में पहने इतने मुखी रुद्राक्ष.
हाइलाइट्स
- चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से शुरू होगी
- नवरात्रि में इतने मुखी रुद्राक्ष पहनें
- रुद्राक्ष पहनने से शिव-शक्ति की कृपा मिलेगी
देवघर: कुछ ही दिनों में चैत्र नवरात्रि शुरू होने वाली है. मान्यता है कि व्रत रखकर नवरात्रि में माता दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है. शत्रुओं का नाश होता है. वहीं, अगर आप नवरात्रि में रुद्राक्ष पहनकर माता की पूजा करते हैं तो माता के साथ-साथ भगवान शिव की भी आपको कृपा मिलेगी. रुद्राक्ष पहनने से नकारात्मक शक्तियां दूर रहती हैं. लेकिन, जरूरी ये है कि आपको कितने मुखी रुद्राक्ष पहनना है. यहां जानें सब..
देवघर के पागल बाबा आश्रम स्थित मुद्गल ज्योतिष केंद्र के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुदगल ने Bharat.one को बताया कि शिव और शक्ति को एक माना जाता है. वहीं, नवरात्रि में अगर भक्त रुद्राक्ष पहनकर माता दुर्गा की पूजा करते हैं तो माता दुर्गा के साथ भगवान शिव की कृपा मिलती है. रुद्राक्ष पहनने से व्यक्ति पर शिव कृपा बनी रहती है. वह नकारात्मक शक्तियों से बचाता है. साथ ही मन और शरीर दोनों स्वस्थ रहता है.
कब होगी नवरात्रि की शुरुआत?
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि ऋषिकेश पंचांग के अनुसार इस साल चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 30 मार्च को होने वाली है. 30 मार्च को ही घटस्थापना की जाएगी. चैत्र नवरात्रि की अष्टमी तिथि 5 अप्रैल को है. 6 अप्रैल को नवमी तिथि और नवरात्रि का पारण 7 अप्रैल को किया जाएगा.
नवरात्रि में कितने मुखी रुद्राक्ष पहनें?
ज्योतिषाचार्य ने बताया, नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती और मां दुर्गा नौ शक्तियों का प्रतीक भी हैं. इसलिए, नवरात्रि के दौरान अगर भक्त नौ मुखी रुद्राक्ष धारण कर ले और नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा करे तो उसे बहुत लाभ होगा. इसे धारण करने से मां दुर्गा, भगवान शिव, भगवान गणेश, नंदी, नाग देवता का आशीर्वाद प्राप्त होगा.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.