Last Updated:
Chaitra Navratri Kalash Sthapana Auspicious Time: पंडित पवन कुमार ने बताया कि कलश स्थापना पूजा का संकल्प होता है और पहले कलश की स्थापना की जाती है. यह शुभ मुहूर्त में करना आवश्यक है. चैत्र नवरात्र पर कलश स्थापन…और पढ़ें

30 मार्च से शुरू होंगे नवरात्र
हाइलाइट्स
- चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से शुरू होगी.
- इस साल 8 दिन ही व्रत रखा जाएगा.
- कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 30 मार्च को सुबह 06.13 से 10.22 बजे तक है.
अजमेर. इस साल चैत्र नवरात्र का शुभारंभ 30 मार्च से शुरू होने जा रहा है. यह त्योहार हिंदू धर्म में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. नवरात्रि के दौरान 9 दिनों तक मां दुर्गा के 9 रूपों की पूजा की जाती है. चैत्र नवरात्रि की शुरुआत चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की पहली तारीख से होती है. इस दौरान व्रत रखने और पूजा करने से मां दुर्गा सभी इच्छाएं पूरी करती हैं. चैत्र नवरात्र को लेकर कलश स्थापना के लिए भक्तों ने तैयारी भी शुरू कर दी है.
30 मार्च को ही हिंदू नववर्ष की हो जाएगी शुरूआत
पंडित पवन कुमार ने Bharat.one को बताया कि 2025 में चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 30 मार्च दिन रविवार से होने जा रही है. इसका समापन 6 अप्रैल 2025 को रामनवमी के दिन होगा. इस साल 30 मार्च को ही हिंदू नववर्ष की भी शुरुआत होने वाली है. उन्होंने आगे बताया कि चैत्र नवरात्र में मां दुर्गा के स्वरूपों की पूजा तो होती ही है. साथ ही साथ, चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से ही हिंदू नववर्ष भी प्रारंभ हो जाता है, जिसे हिंदू नव संवत्सर कहा जाता है.
चैत्र नवरात्रि पर 8 दिन ही रखा जाएगा व्रत
पंडित पवन कुमार ने बताया कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा 30 मार्च को है. इस वजह से नवरात्रि रविवार को शुरू होगी. पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाएगी. लेकिन, द्वितीया और तृतीया तिथि 31 मार्च को एक ही दिन है, इसलिए तृतीया तिथि का क्षय हो रहा है. इस कारण चैत्र नवरात्रि पर 8 दिन ही व्रत रखा जाएगा.
कलश स्थापना का ये है शुभ मुहूर्त
पंडित पवन कुमार ने आगे बताया कि कलश स्थापना पूजा का संकल्प होता है. विशेष पूजा से पहले कलश की स्थापना की जाती है. यह शुभ मुहूर्त में करना आवश्यक है. चैत्र नवरात्र पर कलश स्थापना के साथ माता शैलपुत्री की पूजा होगी. घट स्थापना का शुभ मुहूर्त 30 मार्च 2025 को सुबह 06.13 से 10.22 बजे तक है. वहीं, अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12.01 से 12.50 बजे तक रहेगा.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.