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Ram Mandir Ayodhya Update: अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य अब पूरा हो चुका है. अब मंदिर में भगवान राम के जीवन प्रसंगों पर आधारित 88 म्यूरल लगाए जा रहे हैं. मंदिर के शिखर पर कलश भी स्थापित हो चुका है. अब …और पढ़ें

राम मंदिर
हाइलाइट्स
- राम मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हुआ
- मंदिर में 88 म्यूरल लगाए जा रहे हैं
- जून में राम दरबार के दर्शन शुरू हो सकते हैं
अयोध्या: वैसे तो अयोध्या में भव्य और दिव्य राम मंदिर बनकर 1 साल पहले ही तैयार हो चुका है. उसका उद्धाटन भी पीएम के हाथों हो चुका है और देश के करोड़ों लोग अपने आराध्य भगवान श्री राम के दर्शन करने अयोध्या नगरी भी आ भी चुके हैं, लेकिन उद्धाटन होने के बाद भी मंदिर निर्माण का कुछ काम बाकी था, जो अब पूरा हो चुका है. दरअसल राम मंदिर के निर्माण में राजस्थान के बंशी पहाड़पुर के नक्काशीदार पत्थरों का इस्तेमाल किया जा रहा था, जिन्हें लगाने का काम अब पूरा हो चुका है, इतना ही नहीं भगवान राम लला के शिखर पर कलश भी स्थापित हो चुका है.
वहीं अब भगवान के मंदिर में सप्त मंदिर, परकोटे में बनाए जाने वाले 6 मंदिर और मुख्य मंदिर के गर्भ ग्रह में स्थापित होने वाले राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारी की जा रही है. माना जा रहा है, कि जून के पहले सप्ताह में भगवान के मंदिर के परकोटे और मुख्य मंदिर के प्रथम तल पर प्रतिष्ठित होने वाले राम दरबार के दर्शन श्रद्धालुओं को होने लगेंगे. वहीं दूसरी ओर, मंदिर के लोअर प्लिंथ यानी नीचे के हिस्से पर भगवान राम के जीवन से जुड़े 88 प्रसंगों पर आधारित म्यूरल लगाए जा रहे हैं, इन चित्रों को प्रसिद्ध चित्रकार वासुदेव कामत ने बनाया है, और उन्हीं की देखरेख में लगाया भी जा रहा है.
राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य ने दी जानकारी
राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉक्टर अनिल मिश्रा ने बताया, कि मंदिर में शिखर पर कलश स्थापना के साथ मंदिर में पत्थर लगाए जाने का कार्य पूरा हो चुका है. कुछ दिनों में भगवान के शिखर पर ध्वज दंड स्थापित किया जाएगा. मंदिर परिसर में बनाए जाने वाले सप्त ऋषि मंदिरों की प्रतिमाएं परिसर में पहुंच चुकी हैं और यात्री सुविधा केंद्र पर तुलसीदास की प्रतिमा स्थापित हो चुकी है. कल से तुलसीदास जी की प्रतिमा का श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.