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Bhanu Saptami 2025: भानु सप्तमी का व्रत आज किया जा रहा है और इस बार यह शुभ तिथि वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि दिन रविवार को है. सूर्यदेव से ही पृथ्वी को ऊर्जा मिलती है और पेड़ पौधे सूर्य की ऊर्जा का उप…और पढ़ें

भानु सप्तमी आज
हाइलाइट्स
- भानु सप्तमी पर सूर्यदेव की पूजा करें.
- पूजा का मुहूर्त सुबह 05:52 से 11:48 तक है.
- त्रिपुष्कर, सर्वार्थ सिद्धि योग समेत कई शुभ योग बन रहे हैं.
आज देशभर में भानु सप्तमी तिथि का पर्व मनाया जा रहा है. दरअसल हर मास में दो सप्तमी तिथि आती हैं और उनमें से अगर रविवार के दिन सप्तमी तिथि पड़ जाती है तो उस तिथि को भानु सप्तमी या रथ सप्तमी के नाम से जाना जाता है. इस दिन भगवान सूर्य को विशेष अर्घ्य दिया जाता है और पूजा अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है. मान्यता है कि भानु सप्तमी के दिन सूर्यदेव की पूजा अर्चना और व्रत करने से मान-सम्मान और यश में वृद्धि होती है और कुंडली में सूर्य की स्थिति भी अनुकूल रहती है. इस बार भानु सप्तमी पर कई शुभ योग भी बन रहे हैं, जिससे इस दिन का महत्व और भी बढ़ गया है. आइए जानते हैं भानु सप्तमी का महत्व, पूजा विधि और मुहूर्त….
भानु सप्तमी 2025 का महत्व
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भानु सप्तमी के दिन भगवान सूर्य की पूजा अर्चना और व्रत करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और हर कार्य में विजय मिलती है. सूर्यदेव की पूजा से ही आरोग्य की प्राप्ति होती है और रोग व दोष दूर होते हैं. सूर्यदेव ही ग्रहों के राजा हैं और इस बार विक्रम संवत 2082 के राजा और मंत्री दोनों सूर्य देव हैं. मान्यता है कि जीवन में अगर कोई समस्या चल रही है तो वह अगर भानु सप्तमी का व्रत कर ले तो उसकी सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं. भानु सप्तमी का व्रत संतान प्राप्ति और पित-पुत्र का प्रेम बढ़ाने के लिए भी किया जाता है.
भानु सप्तमी 2025 पूजा मुहूर्त
आज भगवान सूर्य की पूजा करने के लिए सबसे सही मुहूर्त सुबह 05 बजकर 52 मिनट से 11 बजकर 48 मिनट तक होगा. इस समय सूर्यदेव की पूजा अर्चना करने से सभी कष्ट दूर होंगे और आरोग्य की प्राप्ति होगी.
भानु सप्तमी 2025 शुभ योग
भानु सप्तमी 2025 के दिन इस बार कई शुभ योग बन रहे हैं, जिससे आज के दिन का महत्व और भी बढ़ गया है. भानु सप्तमी पर इस बार त्रिपुष्कर योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, सिद्ध, गजकेसरी योग समेत कई शुभ योग बन रहे हैं. इन शुभ योग में सूर्यदेव की पूजा करने से सभी संकट दूर होंगे और भगवान सूर्य का आशीर्वाद भी प्राप्त होगा.
भानु सप्तमी 2025 पूजा विधि
भानु सप्तमी के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान व ध्यान करके व्रत का संकल्प लें. सूर्योदय होने पर सूर्यदेव को अर्घ्य दें और सूर्य मंत्र का जप भी करें. फिर लाल आसान बिछाकर सूर्यदेव की पूजा अर्चना करें और भगवान सूर्य के जयाकरे भी लगाएं. इसके बाद घी का दीपक जला लें और सूर्यदेव की आरती उतारें. इस दिन नमक का सेवन भूलकर भी ना करें और आप सूर्य से संबंधित चीजों का दान भी करें. मान्यता है कि ऐसा करने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है और कभी किसी चीज की कमी नहीं होती.