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September Month Festivals: सितंबर 2025 में सीकर में गणेश विसर्जन, अनंत चतुर्दशी, वामन जयंती, शारदीय नवरात्रि, चंद्र ग्रहण, सूर्य ग्रहण और पितृ पक्ष जैसे प्रमुख पर्व व खगोलीय घटनाएं होंगी.

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार यह महीना धार्मिक महत्व के साथ-साथ ग्रहों की चाल और खगोलीय घटनाओं की वजह से भी खास रहेगा. भाद्रपद मास की पूर्णिमा के बाद पितृपक्ष आरंभ होगा, जहां लोग अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण करेंगे. इसके बाद नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विशेष पूजा-अर्चना होगी. इस दौरान कई पर्व एक के बाद एक आने वाले हैं, जिससे भक्तों में धार्मिक उत्साह और भी बढ़ेगा.
पंडित दीपक शर्मा ने बताया कि इस बार सितंबर महीने की शुरुआत 3 सितंबर को परिवर्तिनी एकादशी से होगी. इसके बाद 4 सितंबर को वामन जयंती मनाई जाएगी. 6 सितंबर को गणेश विसर्जन और अनंत चतुर्दशी का बड़ा पर्व होगा. फिर 7 सितंबर को भाद्रपद पूर्णिमा व्रत और साल का दूसरा चंद्र ग्रहण लगेगा. 8 सितंबर से पितृ पक्ष की शुरुआत होगी. 10 सितंबर को विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी का व्रत होगा, वहीं 14 सितंबर को माताएं जीवित्पुत्रिका व्रत रखेंगी.
इस दिन होगा श्राद्ध पक्ष का समापन
इसके बाद 17 सितंबर को एकादशी श्राद्ध, इंदिरा एकादशी और कन्या संक्रांति का संयोग रहेगा. 18 सितंबर को गुरु पुष्य योग बनेगा. 19 सितंबर को मासिक शिवरात्रि और प्रदोष व्रत मनाया जाएगा. 21 सितंबर को सर्वपितृ अमावस्या होगी, जिसके साथ श्राद्ध पक्ष का समापन होगा. 22 सितंबर को शारदीय नवरात्रि घटस्थापना के साथ आरंभ होगी. 25 सितंबर को विनायक चतुर्थी और स्कंद षष्ठी आएंगे. महीने का समापन 30 सितंबर को दुर्गाष्टमी और सरस्वती पूजा के साथ होगा.
सितंबर में ग्रहणों का संयोग
सितंबर में दो खगोलीय घटनाएं घटित होंगी. पहला 7 सितंबर को साल का अंतिम चंद्र ग्रहण होगा, जो भारत में दिखाई देगा. यह रात 9:58 बजे शुरू होकर 8 सितंबर की रात 1:26 बजे समाप्त होगा. इसका सूतक काल दोपहर 12:57 बजे से प्रारंभ हो जाएगा. वहीं, 21 सितंबर को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण होगा. यह भारत में दिखाई नहीं देगा, लेकिन भारतीय समयानुसार यह रात 11 बजे से शुरू होकर 22 सितंबर की सुबह 3:24 बजे तक रहेगा.