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Kathal Ka Achar Recipe: कटहल की सब्जी तो आपने जरूर खाई होगी. इसे शाकाहारियों का मटन कहा जाता है. लेकिन इसका अचार भी बेहद स्वादिष्ट होता है. बिहार में इसे खास तरीके से बनाया जाता है. जो स्वाद और सेहत दोनों के लि…और पढ़ें
इस अचार को बनाने की प्रक्रिया थोड़ी मेहनत वाली जरूर है, लेकिन परिणाम बेहद शानदार मिलता है. सबसे पहले कच्चे और टेढ़े-मेढ़े दानों वाले कटहल का चुनाव किया जाता है. इसे छीलकर छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लिया जाता है और हल्का सा उबालकर अच्छी तरह सुखाया जाता है ताकि इसमें नमी न रहे. इसके बाद सरसों का तेल अच्छी तरह धुआं छोड़ने तक गरम करके ठंडा किया जाता है, फिर इसमें हल्दी, नमक, लाल मिर्च पाउडर, मेथी, सौंफ, अजवाइन और हींग जैसे मसाले डालकर कटहल के टुकड़ों में मिलाया जाता है.
कटहल का अचार बनाते समय साफ-सफाई और धूप का विशेष ध्यान रखना जरूरी होता है. मसाले मिले कटहल के टुकड़ों को कांच या चीनी मिट्टी के बर्तन में भरकर कुछ दिनों तक धूप में रखा जाता है. धूप से मसालों का स्वाद और तेल का सुगंध कटहल में अच्छी तरह समा जाता है. जितने दिन यह धूप में पकता है, उतना ही इसका स्वाद निखरता है. एक बार तैयार होने के बाद यह अचार महीनों तक सुरक्षित रहता है और इसका स्वाद भी बना रहता है.
सेहत के नजरिए से देखें तो कटहल का अचार पाचन में सहायक होता है. इसमें इस्तेमाल किए गए मसाले जैसे मेथी और अजवाइन गैस और अपच की समस्या को दूर करते हैं, जबकि हींग पाचन को और भी आसान बनाती है. सरसों के तेल में मौजूद गुण शरीर को ताकत देने के साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं. इस तरह कटहल का अचार केवल स्वाद ही नहीं बल्कि सेहत का भी खजाना है. गरमागरम रोटी, पराठा या चावल के साथ जब इसे खाया जाता है, तो इसका जायका हर भोजन को खास बना देता है.
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