सोमवार को शिव ध्यान से साधना और भक्ति मार्ग में प्रगति होती है. शिव पूजा से जल तत्व संतुलित होता है, जिससे ब्लड प्रेशर, हृदय और मानसिक रोगों में लाभ मिलता है. रुद्राभिषेक और बिल्वपत्र अर्पण करने से पाप क्षीण होते हैं, पितरों को शांति और साधक को पुण्य की प्राप्ति होती है. भगवान शिव को अर्पित जल, बेलपत्र, धतूरा, आक आदि से पूजा करने से गृहस्थ जीवन में सुख-समृद्धि और आर्थिक स्थिरता मिलती है. साथ ही शिवजी को जल, दूध, दही, शहद से अभिषेक करने से आयु में वृद्धि और रोगों से मुक्ति होती है. पंचांग से जानते हैं सोमवार का शुभ मुहूर्त, योग, सूर्योदय, सूर्यास्त, राहुकाल, दिशाशूल, चंद्रोदय, चंद्रास्त, आदि.
आज की तिथि- नवमी – 02:43 ए एम, सितम्बर 02 तक, उसके बाद दशमी तिथि
आज का नक्षत्र- ज्येष्ठा – 07:55 पी एम तक, फिर मूल नक्षत्र
आज का करण- बालव – 01:54 पी एम तक, कौलव – 02:43 ए एम, तैतिल
आज का योग- विष्कम्भ – 04:32 पी एम तक, फिर प्रीति योग
आज का पक्ष- शुक्ल पक्ष
आज का दिन- सोमवार
चंद्र राशि- वृश्चिक उपरांत धनु
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 06:00 ए एम
सूर्यास्त- 06:43 पी एम
चन्द्रोदय- 02:08 पी एम
चन्द्रास्त- 12:12 ए एम, सितम्बर 02
ब्रह्म मुहूर्त: 04:30 ए एम से 05:15 ए एम
अभिजीत मुहूर्त: 11:56 ए एम से 12:47 पी एम
विजय मुहूर्त: 02:29 पी एम से 03:20 पी एम
गोधूलि मुहूर्त: 06:43 पी एम से 07:06 पी एम
अमृत काल: 10:13 ए एम से 11:58 ए एम
निशिता मुहूर्त: 11:59 पी एम से से 12:44 ए एम, सितम्बर 02
रवि योग: 07:55 पी एम से, 06:01 ए एम, सितम्बर 02
शिववास: गौरी के साथ – 02:43 ए एम, सितम्बर 02 तक, उसके बाद सभा में.
आज के अशुभ मुहूर्त 1 सितंबर 2025
राहुकाल- 07:35 ए एम से 09:11 ए एम
यमगण्ड- 10:46 ए एम से 12:22 पी एम
गुलिक काल- 01:57 पी एम से 03:32 पी एम
दुर्मुहूर्त- 12:47 पी एम से 01:38 पी एम
दिशाशूल- पूर्व