TOI की रिपोर्ट के अनुसार, हरी नारियलियां तोड़ने के बाद उनका पानी पूरी तरह स्टेराइल (बैक्टीरिया-फ्री) नहीं रहता. खासकर गर्म और उमस भरे मौसम में नारियल के छिलके पर मौजूद बैक्टीरिया और फंगस पानी तक पहुंच सकते हैं. भले ही पानी साफ दिखाई दे, लेकिन इसमें न दिखने वाले कीटाणु, बैक्टीरिया और फफूंदी हो सकते हैं. ये आपके पेट, आंत और इम्यून सिस्टम पर गंभीर असर डाल सकते हैं. कई बार नारियल फोड़ने में इस्तेमाल किए गए औजार, जैसे चाकू या कटार, भी संक्रमण का कारण बनते हैं. सड़क किनारे बिकने वाले नारियल अक्सर धूल-मिट्टी और गंदगी से ढके रहते हैं. ऐसे में सीधे नारियल से पानी पीना आपको बीमार कर सकता है.
एक चौंकाने वाला मामला डेनमार्क से सामने आया था. यहां एक व्यक्ति ने नारियल पानी पिया जो लंबे समय तक रेफ्रिजरेटेड नहीं था. इसके कारण उसे फंगल इंफेक्शन हो गया और धीरे-धीरे यह संक्रमण उसके मस्तिष्क तक फैल गया. रिपोर्ट्स के अनुसार, इस गंभीर संक्रमण की वजह से उसकी मृत्यु हो गई. यह मामला इस बात की गवाही है कि नारियल पानी अगर साफ-सुथरे तरीके से न पिया जाए तो यह घातक साबित हो सकता है.
कैसे पहचानें खराब नारियल पानी?
अगर पानी का स्वाद खट्टा या अजीब लगे तो इसे तुरंत छोड़ दें.
पानी में किसी तरह की गंध आ रही हो तो बिल्कुल न पिएं.
नारियल फोड़ते समय उसका छिलका सड़ा या काला दिख रहा हो तो उसे इस्तेमाल न करें.
ताजा नारियल चुनें– हमेशा हरे और सख्त नारियल लें, जिनपर ज्यादा दाग-धब्बे न हों.
साफ औजार का इस्तेमाल करें– नारियल फोड़ने वाले औजार की सफाई पर ध्यान दें.
पैकेज्ड नारियल पानी– अगर आपको सड़क किनारे बिकने वाले नारियल पर भरोसा नहीं है तो ब्रांडेड टेट्रा-पैक या बोतल वाले नारियल पानी का सेवन करें. ये ज्यादातर प्रोसेस्ड और सुरक्षित होते हैं. इसके अलावा अगर आपकी इम्यूनिटी कमजोर है, या आपको पहले से कोई गंभीर बीमारी है तो सीधे नारियल से पानी पीने से बचें.
नारियल पानी जितना फायदेमंद है, उतना ही जोखिम भी पैदा कर सकता है अगर इसे बिना सोचे-समझे पिया जाए. सीधे नारियल से पानी पीना कई बार संक्रमण और गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है. बेहतर यही है कि इसे साफ-सुथरे तरीके से पिएं, सही नारियल चुनें और यदि संभव हो तो पैकेज्ड विकल्प अपनाएं.
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-risk-of-infection-hidden-in-coconut-water-research-reveals-major-findings-ws-ekl-9594257.html