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आग जैसा दिखने वाला ये जहरीला पौधा… काट देगा सांप का जहर! फ्लावर नहीं, फायर है ये प्लांट – Uttar Pradesh News


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Home Remedies For Snake Bite : अग्निशिखा पौधा अपने आग जैसे लाल रंग और जहरीले गुणों की वजह से जाना जाता है. लेकिन आयुर्वेद में इसे सांप के जहर का असर कम करने वाली औषधि के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है. दिखने में खूबसूरत ये पौधा असल में औषधीय गुणों का खजाना है.

पीलीभीत. अक्सर हमें अपने घरों या फिर खेतों के आस पास कई पौधे देखने को मिलते हैं. चूंकि इन पौधों का आमतौर पर सीधे इस्तेमाल करने को लेकर खास जानकारी नहीं होती तो हम इन्हें अनुपयोगी मानते हैं, मगर ऐसा होता नहीं. हर पौधा अपने साथ कई औषधीय गुण लेकर आता है. बस आवश्कता है तो इनकी सटीक जानकारी और इस्तेमाल के तरीके के बारे में जानना. एक ऐसा ही उपयोगी पौधा है अग्निशिखा, जिसे फायर लिली (Fire Lily) के नाम से जाना जाता है.

आमतौर पर सालभर घरों और खेतों में अलग-अलग तरह की पौधे उगते हैं. इनमें से कई पौधे मुफ्त में ही दवा का काम करती हैं. ऐसा ही एक पौधा है अग्निशिखा, जो कई रोगों में कारगर साबित होता है. गौरतलब है कि अग्निशिखा विषैला औषधीय पौधा है, जिसे कलिहारी, लांगली या विशल्या के नाम से भी जाना जाता है. अग्निशिखा के पौधे की पहचान इसके खूबसूरत, लौ जैसी दिखने वाली लाल या नारंगी पंखुड़ियों वाले फूलों से होती है. यह पौधा पित्त दोष, कब्ज बाहरी घावों, संक्रमण, कुष्ठ रोग, अल्सर के इलाज में कारगर है. यहां तक कि इस पौधे का इस्तेमाल सर्पदंश में भी किया जाता है.

इन रोगों के इलाज में रामबाण है अग्निशिखा
पीलीभीत के वरिष्ठ आयुर्वेदाचार्य डॉ. आदित्य पांडेय ने Bharat.one को बताया कि आयुर्वेद के अनुसार, प्रकृति की हर चीज किसी न किसी काम आती है. हम अक्सर अपने घरों और खेतों में उगे अनचाहे पौधों को उखाड़ फेंकते हैं, लेकिन इनमें से कई पौधे औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं. अग्निशिखा भी ऐसा ही एक पौधा है, अग्निशिखा का अंग्रेजी नाम Flame Lily या Glory Lily वहीं इसका वैज्ञानिक नाम Gloriosa superba है. यह कई रोगों में फायदेमंद साबित होता है. क्योंकि यह पौधा जहरीला होता है इसलिए बिना आयुर्वेदाचार्य या डॉक्टर की सलाह के इसका उपयोग न करें. यह सूजन, त्वचा रोग, घाव भरने और सबसे महत्वपूर्ण ढंग से सांप के काटने में प्राथमिक उपचार का काम करता है.

इन बातों का रखें ध्यान
अग्निशिखा के कंद को साफ करके उसे पीसकर पेस्ट बनाया जाता है. दर्द वाले जोड़ों पर, चोट या मोच वाली वहीं सर्प या बिच्छू के काटने पर लेप को उस जगह पर लगाया जाता है ताकि विष का प्रभाव कम हो सके ध्यान रहे कि यह एक प्राथमिक उपचार मात्र है संवेदनशील किसी भी मामले में जल्द से जल्द चिकित्सक के पास पहुंचना चाहिए. हालांकि, बिना डॉक्टर की सलाह के इसका उपयोग खतरनाक हो सकता है. सभी से अपील है कि अपने दैनिक जीवन में घरेलू नुस्खे और आयुर्वेद को शामिल करें.

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आग जैसा दिखने वाला ये जहरीला पौधा… काट देगा सांप का जहर!

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Bharat.one किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.


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