आश्विन अमावस्या 2025 कब है?
आश्विन माह की अमावस्या तिथि वर्ष 2025 में 28 सितंबर, रविवार को पड़ रही है. यह दिन रविवार को होने के कारण और भी खास माना जाएगा क्योंकि सूर्य देव भी पितरों से जुड़ी परंपराओं में एक अहम भूमिका निभाते हैं.
घर के दक्षिण दिशा वाले हिस्से में शाम को एक दीपक जलाएं और पितरों को याद करें. मान्यता है कि इससे उनका आशीर्वाद घर परिवार को मिलता है.
3. दान करें
इस दिन जरूरतमंदों को अन्न, कपड़े या धन का दान करें. खासकर काले तिल, सफेद चावल, वस्त्र या लोहे से बनी चीजें दान करना शुभ होता है.
ऐसी मान्यता है कि पितृपक्ष में ये जीव आत्माओं के प्रतीक होते हैं. इन्हें भोजन कराने से पितर प्रसन्न होते हैं.
5. कलह से बचें
इस दिन घर में झगड़ा या ऊंची आवाज़ में बोलने से बचें. माना जाता है कि पितर ऐसे वातावरण से दूर हो जाते हैं और उनका आशीर्वाद नहीं मिलता.
इस दिन घर के कोनों में जमा गंदगी को साफ करें और गंगाजल का छिड़काव करें. इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है.
7. मंत्र जाप करें
अपने इष्ट देव या पितरों के नाम पर “ॐ पितृदेवाय नमः” मंत्र का जाप करें. इससे मन को शांति मिलती है और आत्मिक लाभ होता है.