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Navratri Bhog: अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम ने कहा कि नवरात्रि शुरू होने वाली है नवरात्रि की तैयारी चल रही है. ऐसी स्थिति में नवरात्रि के 9 दिन तक हर दिन मां के अलग-अलग स्वरूप की पूजा आराधना का विधान है. हर देवी का प्रिय भोग भी अलग होता है. इस वजह से अगर आप नवरात्रि में मां दुर्गा के स्वरूप के अनुसार भोग अर्पित करते हैं.
उनको प्रसन्न करने के लिए प्रतिदिन उनके मंत्र का जाप करते हैं. इसके साथ ही माता रानी को प्रिय वस्तुओं का भोग भी लगाते हैं. ऐसी स्थिति में नवरात्रि के पूजा पाठ के साथ भोग का भी विशेष महत्व माना गया है. धार्मिक मान्यता के अनुसार माता दुर्गा को उनके प्रिय चीजों का भोग अर्पित करने से माता रानी बेहद प्रसन्न होती है. अपने भक्तों पर सुख समृद्धि शांति और शक्ति की वर्षा करती है ऐसी स्थिति में अगर आप भी नवरात्रि में पूजा आराधना कर रहे हैं तो प्रतिदिन माता रानी के प्रिय वस्तुओं का भोग जरूर लगाए.
दरअसल अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि नवरात्रि शुरू होने वाली है. नवरात्रि की तैयारी चल रही है ऐसी स्थिति में नवरात्रि के 9 दिन तक हर दिन मां के अलग-अलग स्वरूप की पूजा आराधना का विधान है.हर देवी का प्रिय भोग भी अलग होता है. इस वजह से अगर आप नवरात्रि में मां दुर्गा के स्वरूप के अनुसार भोग अर्पित करते हैं तो ऐसा करने से माता रानी की विशेष कृपा प्राप्त होती है. नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा आराधना का विधान है. ऐसी स्थिति में मां शैलपुत्री को गाय के घी से बने वस्तुओं का भोग लगाना चाहिए. ऐसा करने से सभी तरह के रोग दूर होते हैं. दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा आराधना का विधान है. इस दिन माता रानी को मिश्री का भोग लगाना चाहिए.
माता रानी का आशीर्वाद बन जाएंगे सभी बिगड़े काम
तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा आराधना की जाती है. ऐसी स्थिति में माता रानी को खीर का भोग लगाना चाहिए ऐसा करने से जीवन में सुख शांति बनी रहती है. चौथे दिन मां कुष्मांडा की पूजा आराधना की जाती है इस दिन मालपुआ का भोग लगाना चाहिए ऐसा करने से सभी दुख का नाश होता है.पांचवें दिन मां स्कंद माता की पूजा आराधना की जाती है इस दिन माता रानी को केले का भोग लगाना चाहिए. छठवें दिन मां कात्यायनी की पूजा आराधना की जाती है. इस दिन माता रानी को फल का भोग लगाना चाहिए. सातवें दिन मां काली रात्रि की पूजा आराधना की जाती है इस दिन माता रानी को गुड से बनी वस्तुओं का भोग लगाना चाहिए. आठवें दिन मां महागौरी की पूजा आराधना का विधान है. इस दिन माता रानी को नारियल का भोग लगाना चाहिए. ऐसा करने से संतान से जुड़ी समस्या दूर होती है. नवमी के दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा आराधना का विधान है. इस दिन माता रानी को तिल से वाणी वस्तुओं का भोग लगाना चाहिए.