दरवाजे की तरफ पैर करना क्यों माना जाता है गलत?
वास्तु शास्त्र में घर का मुख्य दरवाजा सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है. इसे घर में ऊर्जा के प्रवेश और बाहर निकलने का मार्ग माना जाता है, अगर कोई व्यक्ति सोते समय अपने पैरों को दरवाजे की तरफ करता है, तो माना जाता है कि निगेटिव ऊर्जा सीधे उस व्यक्ति पर असर डाल सकती है. इसी कारण इसे शुभ नहीं माना जाता.
ट्रेडिशन और धार्मिक मान्यताओं का असर
हमारे बुजुर्गों का मानना था कि दरवाजे की तरफ पैर करके सोना असम्मानजनक है. वास्तु के जानकार बताते हैं कि दरवाजा घर का मुख होता है और वहां पैर करना भगवान या घर की लक्ष्मी का अपमान माना जाता है. यही वजह है कि पुराने समय से इसे मना किया गया. इसे सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि एक तरह का ध्यान रखने वाला नियम भी कहा जा सकता है.
यह सिर्फ परंपरा नहीं है, बल्कि सेहत के लिहाज से भी इसका महत्व है. दरवाजे से आने-जाने वाली हवा और हलचल आपकी नींद में बाधा डाल सकती है. कई बार इस दिशा में पैर करके सोने से दिमाग पूरी तरह से आराम नहीं पाता और नींद गहरी नहीं आती. इसलिए वास्तु में इसे ध्यान में रखा गया है ताकि नींद में रुकावट न आए और शरीर और दिमाग दोनों रिलैक्स रहें.
विदेशों में भी यही मान्यता
दिलचस्प बात यह है कि केवल भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी इसे मना किया जाता है. वेस्टर्न देशों में इसे “कॉफिन पोजीशन” कहा जाता है. पुराने समय में मृत शरीर को भी दरवाजे की तरफ पैरों के साथ बाहर ले जाया जाता था. इसलिए वहां भी इसे अपशकुन माना गया और सोते समय इससे बचने की सलाह दी जाती है.
अगर आपके कमरे की बनावट ऐसी है कि पैरों को दरवाजे की तरफ करना unavoidable है, तो परेशान होने की जरूरत नहीं. वास्तु शास्त्र में इसके कई उपाय बताए गए हैं.
2. सोते समय कमरे का दरवाजा बंद रखें.
3. कमरे में हल्की रोशनी और साफ-सुथरी जगह बनाए रखें ताकि ऊर्जा का प्रवाह सही रहे.
इन छोटे-छोटे उपायों से आप दरवाजे की तरफ पैर करके सोने के प्रभाव को कम कर सकते हैं और अपने नींद और मानसिक शांति को बनाए रख सकते हैं.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/astro/astro-tips-vastu-tips-for-sleeping-position-which-diirection-is-best-for-health-and-protect-from-vastu-dosha-ws-ekl-9640204.html