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Navratri Recipe: रायबरेली की वंदना शर्मा ने साबूदाना-आलू टिक्की की रेसिपी साझा की, जो व्रत में लोकप्रिय है और बच्चों बुजुर्गों के लिए पौष्टिक व स्वादिष्ट विकल्प है.
रायबरेली : अगर आप भी कुछ चटपटा और तीखा खाने के शौकीन हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है. क्योंकि हम आपको खास तरह से तैयार होने वाली आलू टिक्की के बारे में बताने जा रहे हैं, जो शायद अभी तक आपने खाया भी न हो. क्योंकि आमतौर पर होटल रेस्टोरेंट में आपको आलू से ही बनी टिक्की मिलती है, लेकिन हम आपको साबूदाना वाली आलू टिक्की बताने जा रहे हैं, जिसका स्वाद बेहद लाजवाब होता है. साथ ही इसे आप बिना किसी अतिरिक्त खर्च के घर पर ही आसानी से बना सकते हैं. दरअसल रायबरेली जिले की जेआईसी कॉलेज की गृह विज्ञान की प्रवक्ता वंदना शर्मा Bharat.one से बात करते हुए बताती हैं कि आलू की टिक्की तो सभी ने खाया होगा, लेकिन साबूदाना आलू की टिक्की देखने व खाने में बेहद लाजवाब होती है. इसकी खासियत यह है कि इसे आप व्रत के दिनों में भी आसानी से सेवन कर सकते हैं. वह बताती हैं कि साबूदाना और आलू की टिक्की उपवास के दिनों में सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली डिश है.
वंदना शर्मा के मुताबिक इसे बनाने के लिए सबसे पहले आधा कप साबूदाना 4-5 घंटे के लिए पानी में भिगो दें. जब यह फूलकर नरम हो जाए तो पानी निकाल दें. अब तीन से चार उबले हुए आलू छीलकर मैश कर लें. इसमें भीगा हुआ साबूदाना, बारीक कटी हरी मिर्च, हरा धनिया, सेंधा नमक, काली मिर्च पाउडर और मूंगफली का दरदरा पाउडर मिला लें. अब इस मिश्रण को अच्छे से गूंथ लें और छोटे-छोटे गोल आकार की टिक्कियां बना लें. एक तवे या कढ़ाई में थोड़ा तेल या घी गरम करें और इन टिक्कियों को मध्यम आंच पर दोनों तरफ से सुनहरा होने तक सेंक लें. कुरकुरी और स्वादिष्ट साबूदाना-आलू की टिक्की तैयार है, जिसे दही या हरी चटनी के साथ परोसा जा सकता है.
साबूदाना-आलू टिक्की के फायदे
यह टिक्की न सिर्फ स्वादिष्ट होती है बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद है. साबूदाने में भरपूर मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है, जो शरीर को तुरंत ऊर्जा देता है. यही वजह है कि इसे व्रत के दिनों में खाया जाता है. आलू शरीर को ऊर्जा और पेट भरने का अहसास कराते हैं. वहीं मूंगफली इसमें प्रोटीन और हेल्दी फैट्स जोड़ देती है. यह टिक्की आसानी से पच जाती है और लंबे समय तक भूख नहीं लगने देती है. उपवास में शरीर को कमजोरी से बचाने और ताकत देने के लिए यह डिश बेहद उपयोगी है.खासकर बच्चे और बुजुर्ग इसे आसानी से खा सकते हैं.क्योंकि यह मुलायम और पौष्टिक दोनों होती है.

पिछले एक दशक से भी अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय हूं. पत्रकारिता की शुरुआत 2010 में नई दुनिया अखबार से की, जिसके बाद सफर लगातार आगे बढ़ता गया. हिंदुस्तान, शुक्रवार पत्रिका, नया इंडिया, वेबदुनिया और ईटीवी जैस…और पढ़ें
पिछले एक दशक से भी अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय हूं. पत्रकारिता की शुरुआत 2010 में नई दुनिया अखबार से की, जिसके बाद सफर लगातार आगे बढ़ता गया. हिंदुस्तान, शुक्रवार पत्रिका, नया इंडिया, वेबदुनिया और ईटीवी जैस… और पढ़ें
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/recipe-sabudana-aloo-tikki-navratri-vrat-special-food-recipe-local18-ws-l-9673328.html