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Samastipur Famous Chhola Bhujia: रोसड़ा के यूआर कॉलेज के पास शंभु साहनी का छोला भुजा ठेला छात्रों और दुकानदारों में बेहद लोकप्रिय है. सिर्फ ₹20 में स्वादिष्ट छोला भुजा हर किसी की पहली पसंद बन गया है.
समस्तीपुर: रोसड़ा स्थित यूआर कॉलेज के पास एक ठेला ऐसा है, जिसकी लोकप्रियता पूरे इलाके में स्वाद के दीवानों को खींच लाती है. यह साधारण-सा ठेला रोजाना सैकड़ों ग्राहकों का केंद्र बन जाता है. इसकी वजह है मात्र 20 रुपये की एक जादुई प्लेट, जो स्वाद और ताजगी दोनों का दम भरती है. इस लोकल डिश का नाम है छोला-भुजा. यह कोई साधारण स्ट्रीट फ़ूड नहीं, बल्कि झाल मुरी के साथ गरमा-गरम छोले और सात तरह के देसी मसालों का बेजोड़ संगम है. इन मसालों के मिलते ही जो चटपटा, तीखा और मुंह में पानी ला देने वाला मिक्स तैयार होता है. वह इसे रोसड़ा की पहचान बना देता है. बड़े चाव से खाई जाने वाली यह डिश विशेष रूप से कॉलेज के छात्रों और आसपास के दुकानदारों के बीच बेहद लोकप्रिय है. जैसे ही ठेले पर गरम-गरम छोला और मसालेदार मुरी का यह लाजवाब मिक्स तैयार होता है. वहां तुरंत भीड़ लग जाती है. इसे खाने वाला हर कोई संतुष्टि के साथ यही कहता है ‘बस यही चाहिए था’.
विक्रेता शंभु साहनी के हाथों का जादू
इस खास व्यंजन को तैयार करते हैं शंभु साहनी, जो खुद कहते हैं कि यह सिर्फ खाना नहीं, बल्कि एक अनुभव है. वे बताते हैं हम देसी मसाले से झाल मुरी तैयार करते हैं. जिसमें मुरही, भुजिया, झीली, चना, बादाम और नींबू के साथ सरसों का तेल मिलाकर उसका स्वाद और भी बढ़ा देते हैं. शंभु ग्राहक की पसंद के अनुसार उसमें छोला मिलाते हैं या सिर्फ झल मुरी परोसते हैं. ग्राहक जब पहली बार खाते हैं तो अगली बार दो प्लेट मांगते हैं. वह बताते हैं, जो एक बार खा लेता है, वह दोबारा जरूर आता है. छोला भुजा का स्वाद इतना खास है कि ग्राहक कहते हैं, यह बाजार में मिलने वाली किसी भी स्ट्रीट फूड से कहीं बेहतर है.
सस्ते में भरपूर स्वाद, सबकी पहली पसंद
महज ₹20 में मिलने वाली यह छोला भुजा प्लेट न सिर्फ जेब पर हल्की है, बल्कि पेट और दिल दोनों को भर देती है. छात्र-छात्राएं लंच ब्रेक में यहीं का रुख करते हैं, तो ऑफिस और दुकानों में काम करने वाले लोग शाम को इसका स्वाद लेने पहुंचते हैं. खास बात यह है कि अगर कोई सिर्फ भुजा लेना चाहे तो वह भी ₹20 प्रति 100 ग्राम के हिसाब से मिलता है. यह ठेला अब सिर्फ एक खाने की जगह नहीं बल्कि एक लोकल आइकन बन चुका है. जो भी रोसड़ा आता है, वह यहां छोला भुजा खाए बिना नहीं जाता.
मैंने अपने 12 वर्षों के करियर में इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट और डिजिटल मीडिया में काम किया है। मेरा सफर स्टार न्यूज से शुरू हुआ और दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर डिजिटल और Bharat.one तक पहुंचा। रिपोर्टिंग से ले…और पढ़ें
मैंने अपने 12 वर्षों के करियर में इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट और डिजिटल मीडिया में काम किया है। मेरा सफर स्टार न्यूज से शुरू हुआ और दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर डिजिटल और Bharat.one तक पहुंचा। रिपोर्टिंग से ले… और पढ़ें
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