Last Updated:
Navratri 2025: 8वें दिन माता महागौरी (8th Navratri Puja Bhog) को नारियल से बनी मिठाइयों का भोग लगाया जाता है. इसके अलावा देवी को काले चने और हलवे का भोग भी लगाना चाहिए.
उज्जैन. हिंदू धर्म में नवरात्रि के 9 दिन सबसे पवित्र दिनों में गिने जाते हैं. सालभर में कुल चार नवरात्रि आती हैं. हर साल अश्विन माह में शारदीय नवरात्रि धूमधाम से मनाई जाती है. सनातन धर्म में नवरात्रि पर्व का विशेष महत्व है. नवरात्रि में मां दुर्गा के 9 रूपों की विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है. माना जाता है कि नवरात्रि के 9 दिनों मां भगवती धरती पर भक्तों को आशीर्वाद देने के लिए आती हैं. आइए मध्य प्रदेश के उज्जैन के आचार्य आनंद भारद्वाज से जानते हैं कि नवरात्रि के 8वें दिन मां महागौरी की किस विधि से उपासना की जाए और उन्हें कौन सा भोग लगाया जाए.
कैसे पड़ा महागौरी नाम?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए देवी ने कठिन तपस्या की थी, जिससे देवी का शरीर काला पड़ गया था. भगवान शंकर ने देवी की साधना से प्रसन्न होकर मां के शरीर को गंगा जल से स्वच्छ किया था. तब देवी का स्वरूप अत्यंत सुंदर और गौर वर्ण का हो गया और तभी से इनका नाम महागौरी पड़ा.
माता महागौरी का प्रिय भोग
नवरात्रि के 9 दिनों में माता रानी की अलग-अलग स्वरूप में पूजा की जाती है और उन्हें अलग-अलग भोग भी लगाया जाता है. 8वें दिन माता महागौरी को नारियल से बनी मिठाइयों का भोग लगाया जाता है. इसके अलावा माता को हलवे और काले चने का भोग भी लगाना चाहिए.
जरूर करें इन मंत्रों का जाप
1– या देवी सर्वभूतेषु मां गौरी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
2– श्वेते वृषे समरूढा श्वेताम्बराधरा शुचिः।
महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा।।
राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.
राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.