रीवा के शहरी जीवन में बहुत सारे लोगों के लिए सुबह के नाश्ते का मतलब परांठे या पूड़ी होता है. परांठे तो बहुत तरह के बनते हैं, मगर सत्तू के परांठे की बात ही अलग होती है. सत्तू दरअसल, देहाती आहार है. गांव के लोग चना, जौ वगैरह को भून कर पीस लेते हैं.
सत्तू वाली बाटी के ठीये दिल्ली जैसे महानगरों में भी जगह-जगह दिख जाते हैं. जबसे कुछ फिल्मी हस्तियों और बड़े राजनेताओं ने बाटी-चोखा खाते हुए अपनी तस्वीरें साझा करनी शुरू की हैं, तबसे उन लोगों में भी सत्तू के प्रति आकर्षण बढ़ा है, जो कभी सत्तू नहीं खाते थे. इसलिए, अगर आप भी सत्तू न खाते हों, तो एक बार जरूर खाएं.
सत्तू के परांठे बड़े लाजवाब बनते हैं. बाटी बनाने के लिए तो फिर भी आग या अवन का उपयोग करना पड़ता है. इसके परांठे बनाने के लिए ऐसी कोई अलग से तैयारी करने की जरूरत नहीं पड़ती. जैसे बाकी चीजों के परांठे बनाते हैं, वैसे ही इसके भी बन जाते हैं. बस, इसे बनाने का सारा कौशल सत्तू का मसाला तैयार करने में हैं. वह भी कोई मुश्किल काम नहीं, एक बार तैयार करेंगे, तो फिर हर बार आसान लगने लगेगा.
परांठे बनाने के लिए चने का सत्तू इस्तेमाल किया जाता है. यह आजकल हर कहीं बाजार में उपलब्ध होता है. चार लोगों के लिए परांठा बनाने के लिए एक कप या रोजमर्रा उपयोग होने वाली एक कटोरी बराबर सत्तू लें.
मध्यम आकार का प्याज, दस-बारह कलियां लहसुन की, तीन से चार हरी मिर्चें, थोड़ा अदरक और हरा धनिया पत्ता साफ करके बारीक-बारीक काट लें. इन सारी चीजों को सत्तू में डाल दें. इसके अलावा आधा चम्मच अजवाइन रगड़ कर डालें, जरूरत भर का नमक और दो चम्मच सरसों का कच्चा तेल डाल कर अच्छी तरह रगड़ कर मिलाएं, फिर एक बड़े या दो छोटे नीबू का रस निचोड़ें और सत्तू में डाल दें. अब दोनों हथेलियों से रगड़ते हुए सत्तू में मसाले मिलाएं, रगड़ने से ही इसका स्वाद निखरता है, मुट्ठी बांध कर देखें, सत्तू का मिश्रण बंधना चाहिए.
अब गुंथे हुए आटे में से रोटी से थोड़े बड़े आकार की लोई लें और उसे दोनों हाथों के अंगूठों से कटोरीनुमा आकार दें. उसमें एक से डेढ़ चम्मच सत्तू का मिश्रण भरें और अच्छी तरह बंद कर दें. लोई को सूखे आटे में लपेटें और चकले पर रख कर पहले हल्के हाथों से दबा कर जितना चपटा कर सकते हैं, कर लें. इस तरह परांठे के फटने की आशंका नहीं रहती. फिर बेलन से बेल लें. तवा गरम करें और मध्यम आंच पर दोनों तरफ घी लगा कर करारा सेंक लें. रायता और चटनी या चोखे के साथ परोसें. इसके साथ आलू की रसेदार सब्जी भी अच्छी लगती है.
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