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30 साल पुरानी इस दुकान का खास है जायका, 5 का डोसा हुआ 50 का, नहीं घटा ग्राहकों का प्यार, चटनी-सांभर के लिए लगती लाइन


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Jamshedpur’s Famous Idli-Dosa Stall: जमशेदपुर की इस दुकान में पिछले 30 सालों से इडली, डोसा सांभर बिकता है. हर समय ग्राहकों की लंबी लाइन लगी रहती है. जो डोसा कभी 5 रुपये का था आज 50 का हो गया है पर स्पेशल चटनी और मिक्स वेज सांभर ने लोगों के दिल में जो जगह बनाई है वो आज तक कायम है.

Jamshedpur Famous South-Indian Food: जमशेदपुर में खाने-पीने के लिए ढेरों विकल्प मौजूद हैं, लेकिन अगर सबसे लोकप्रिय व्यंजन की बात की जाए तो साउथ इंडियन खाना लोगों की पहली पसंद बन चुका है. यहां के लोग सुबह से लेकर रात तक डोसा, इडली और सांभर का स्वाद बड़े चाव से चखते हैं. शहर में कई जगह साउथ इंडियन खाने के स्टॉल और रेस्टोरेंट हैं, लेकिन ‘अतिथि सत्कार’ नामक एक स्टॉल ने पिछले तीन दशकों से अपना खास स्थान बनाए रखा है.

5 का डोसा हुआ 50 का
तीन प्लेट गोलचक्कर पर स्थित यह स्टॉल सुबह 8 बजे से लेकर रात 10 बजे तक ग्राहकों से भरा रहता है. यहां की सबसे बड़ी खासियत है स्वाद और किफायती दाम. इस स्टॉल के संचालक बंटी सिंह बताते हैं कि जब उन्होंने शुरुआत की थी, उस समय एक डोसा मात्र 5 रुपये का मिलता था. आज कीमत 50 रुपये तक पहुंच चुकी है, लेकिन फिर भी शहर के अन्य रेस्टोरेंट्स की तुलना में यहां दाम काफी कम हैं. यही वजह है कि आम से लेकर खास तक हर कोई यहां का स्वाद लेने जरूर आता है.

बड़े रेस्टोरेंट फीके
‘अतिथि सत्कार’ की पहचान है यहां की नारियल और चने की दाल से बनी चटनी और मिक्स सब्जियों वाला सांभर. खाने वालों का कहना है कि इस तरह की चटनी और सांभर का स्वाद शायद ही कहीं और मिल पाता हो. ग्राहक राहुल जी बताते हैं, “भले ही यह दुकान हाई-फाई नहीं है, यहां एसी या शानदार सजावट नहीं है, लेकिन इसका स्वाद इतना लाजवाब है कि बड़े-बड़े रेस्टोरेंट्स भी इसके सामने फीके लगते हैं.”

30 साल से चल रहा स्टॉल
समय के साथ इस स्टॉल ने अपने मेन्यू में कई तरह की वैराइटी भी जोड़ ली है. पहले केवल मसाला और सादा डोसा परोसा जाता था, लेकिन अब बटर, चीज, कॉर्न, मैक्सिकन और कई नए फ्लेवर शामिल कर लिए गए हैं. इससे युवाओं के बीच भी इसकी लोकप्रियता और बढ़ गई है. 30 साल से लगातार चल रहा यह स्टॉल सिर्फ एक खाने की जगह नहीं बल्कि जमशेदपुर के स्वाद की पहचान बन चुका है.

यह साबित करता है कि अगर स्वाद में दम हो तो सजावट और दिखावे की जरूरत नहीं पड़ती. ‘अतिथि सत्कार’ का यही असली राज़ है – सादगी में लाजवाब स्वाद. यही वजह है कि यहां सुबह से लेकर देर रात तक फूड लवर्स की लाइन लगी रहती है. इनकी कम कीमत भी एक वजह है जो ग्राहकों को आकर्षित करती है.

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Raina Shukla

बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी से मास कम्यूनिकेशन एंड जर्नलिज़्म में मास्टर्स, गोल्ड मेडलिस्ट. पत्रकारिता का सफर दैनिक जागरण से शुरू हुआ, फिर प्रभात खबर और ABP न्यूज़ से होते हुए Bharat.one Hindi तक पहुंचा. करियर और देश की …और पढ़ें

बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी से मास कम्यूनिकेशन एंड जर्नलिज़्म में मास्टर्स, गोल्ड मेडलिस्ट. पत्रकारिता का सफर दैनिक जागरण से शुरू हुआ, फिर प्रभात खबर और ABP न्यूज़ से होते हुए Bharat.one Hindi तक पहुंचा. करियर और देश की … और पढ़ें

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30 साल पुरानी इस दुकान का खास है जायका, 5 का डोसा हुआ 50 का, नहीं घटे ग्राहक!


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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/recipe-idli-dosa-sambhar-atithi-satkar-stall-30-years-old-authentic-taste-local18-ws-l-9678260.html

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