वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का हर कोना हमारे जीवन की ऊर्जा, मानसिक स्थिति और रिश्तों पर गहरा प्रभाव डालता है. खासकर बेडरूम, जो घर का सबसे निजी और आराम का स्थान माना जाता है, उसके लिए कुछ विशेष नियम बताए गए हैं. अक्सर लोग घर को सुंदर बनाने के लिए हर कमरे में भगवान की तस्वीरें या मूर्तियां लगा देते हैं, लेकिन वास्तु के मुताबिक यह हर जगह शुभ नहीं होता. वास्तु सलाहकार दिव्या छाबड़ा बताती हैं कि बेडरूम में भगवान की तस्वीर लगाने से पहले बहुत सावधानी रखनी चाहिए, क्योंकि यह जगह विश्राम, प्रेम और निजी संबंधों से जुड़ी होती है.
दिव्या छाबड़ा के अनुसार, बेडरूम में राधा-कृष्ण या भगवान शिव और माता पार्वती की तस्वीर लगाना शुभ माना जाता है. राधा-कृष्ण का जोड़ा प्रेम, समझदारी और सामंजस्य का प्रतीक है. ऐसी तस्वीर लगाने से दांपत्य जीवन में सौहार्द बना रहता है और रिश्तों में मिठास आती है. वहीं भगवान शिव और पार्वती की तस्वीर से घर में शांति, स्थिरता और आपसी सहयोग का वातावरण बनता है. लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि राधा या कृष्ण की अकेली तस्वीर कभी न लगाएं, इन्हें हमेशा जोड़े के रूप में ही स्थापित करें, वरना रिश्तों में दूरी या अस्थिरता आ सकती है.
वहीं दूसरी ओर, वास्तु में यह भी बताया गया है कि किन देवताओं की तस्वीरें बेडरूम में नहीं लगानी चाहिए. उदाहरण के लिए, हनुमान जी, मां दुर्गा, या किसी भी तपस्या मुद्रा में भगवान की तस्वीर लगाने से बचना चाहिए. ऐसी तस्वीरें ऊर्जा को अत्यधिक सक्रिय कर देती हैं, जिससे बेडरूम की शांत प्रकृति भंग होती है. इससे अनजाने में तनाव, असहमति और कभी-कभी आर्थिक समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं.
इसके अलावा, यह भी ध्यान रखें कि अगर घर में मंदिर है, तो उसे बेडरूम में न बनाएं. मंदिर को हमेशा घर के पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में रखना शुभ माना जाता है. वहीं बेडरूम में अगर कोई धार्मिक प्रतीक रखना ही हो, तो उसे कमरे के उत्तर दिशा की दीवार पर लगाएं और सोते समय सिर दक्षिण दिशा की ओर रखें.