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धनतेरस पर इस दिशा में भूलकर भी न जलाएं दीया, वरना राहु की ग्रह दशा कर देगी परेशान! जानिए दीपक जलाने की सही दिशा


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Dhanvantari Puja 2025 Niyam: धनतेरस 2025 पर पूजा प्रदोष काल में करें, दीप ईशान कोण में जलाएं और उसकी लौ उत्तर दिशा में रखें. पश्चिम दिशा में दीपक जलाना अशुभ माना गया है.

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धनतेरस पर इस दिशा में न जलाएं दीया, वरना राहु की ग्रह दशा कर देगी परेशान!धनतेरस पर किस दिशा में न जलाएं दीया. (AI)

Dhanvantari Puja 2025 Niyam: दीपावली का त्योहार 5 दिन पहले से शुरू हो जाता है. इसकी शुरुआत धनतेरस से होती है. धनतेरस का त्योहार हर साल कार्तिक महीने की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है. इस दिन भगवान धन्वंतरी और माता लक्ष्मी के साथ धन के देवता कुबेर की पूजा का विधान है. माना जाता है कि इस दिन भगवान धन्वंतरी की पूजा करने से जातक को आरोग्य की प्राप्ति होती है. वहीं, मां लक्ष्मी और कुबेर देवता की पूजा से धन लाभ होता है, जिससे घर में बरकत बनी रहती है. इस दिन दीपक जलाने की परंपरा है. ये दीया शुभता का प्रतीक माना गया है. माना जाता है कि धनतेरस के दिन दीया जलाने से अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है. अब सवाल है कि आखिर धनतेरस पर दीया किस दिशा में जलाना चाहिए? किस दिशा में नहीं जलाएं दीया? इस बारे में Bharat.one को बता रहे हैं नोएडा के ज्योतिर्विद और वास्तु विशेषज्ञ राकेश चतुर्वेदी-

धनतेरस की त्रयोदशी तिथि कब

पंचांग के अनुसार देखा जाए तो इस बार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 18 अक्टूबर शनिवार को दोपहर में 12:18 बजे से प्रारंभ हो जा रही है और यह तिथि 19 अक्टूबर रविवार को दोपहर 01:51 बजे तक रहेगी. उदयातिथि के हिसाब से देखा जाए तो त्रयोदशी तिथि 19 अक्टूबर रविवार को है, लेकिन इस तिथि में समस्या यह है कि इस का प्रदोष काल प्राप्त नहीं हो रहा है. इस दिन त्रयोदशी तिथि दोपहर 01:51 बजे ही खत्म हो जा रही है. प्रदोष काल का समय सूर्यास्त के बाद से शुरू होता है. ऐसे में 18 अक्टूबर को प्रदोष काल सूर्यास्त के बाद है और उस समय से पूरा प्रदोष का मिल रहा है. धनतेरस की पूजा प्रदोष काल में ही होती है, इसमें उदयातिथि की मान्यता नहीं है.

धनतेरस किस दिशा में जलाएं दीया

धनतेरस के दिन दीप जलाने के लिए, ईशान कोण दिशा को शुभ माना जाता है. वास्तु शास्त्र के मुताबिक, यह दिशा देवी-देवताओं की मानी जाती है. इस दिशा में दीप जलाने से परिवार के सभी सदस्यों का स्वास्थ्य अच्छा रहता है.

धनतेरस पर किस दिशा में न जलाएं दीया

ज्योतिषाचार्य के मुताबिक, पश्चिम दिशा को राहु की दिशा माना जाता है. इस दिशा में दीप जलाने से लोगों को अशुभ फल मिल सकते हैं और जीवन में कई तरह की बाधाओं का सामना करना पड़ता है.

इस दिशा में होनी चाहिए दीपक की लौ

वास्तु शास्त्र के अनुसार, उत्तर दिशा की ओर दीपक की लौ होना शुभ होता है. उत्तर दिशा में दीपक रखने से धन में वृद्धि होती है. वहीं, पश्चिम दिशा की ओर दीपक की लौ का जलना बेहद अशुभ बताया गया है. इसलिए इस दिशा में दीपक का मुंह करके नहीं रखना चाहिए.

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Lalit Kumar

ललित कुमार को पत्रकारिता के क्षेत्र में 8 साल से अधिक का अनुभव है. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत प्रिंट मीडिया से की थी. इस दौरान वे मेडिकल, एजुकेशन और महिलाओं से जुड़े मुद्दों को कवर किया करते थे. पत्रकारिता क…और पढ़ें

ललित कुमार को पत्रकारिता के क्षेत्र में 8 साल से अधिक का अनुभव है. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत प्रिंट मीडिया से की थी. इस दौरान वे मेडिकल, एजुकेशन और महिलाओं से जुड़े मुद्दों को कवर किया करते थे. पत्रकारिता क… और पढ़ें

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धनतेरस पर इस दिशा में न जलाएं दीया, वरना राहु की ग्रह दशा कर देगी परेशान!


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