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आयुर्वेद अनुसार पानी पीने का सही तरीका: डॉ. हर्ष की सलाह


सहारनपुर: जीवन जीने के लिए पानी किसी संजीवनी से कम नहीं है और बिना पानी के जीवन अधूरा है, लेकिन क्या आपको पता है पानी का सही तरीके से सेवन करना कितना जरूरी है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं आयुर्वेद के अनुसार अगर आप बिना प्यास लगने पर पानी पीते हैं, तो आपके शरीर में विभिन्न तरह की बीमारियां पनपने की संभावना बढ़ जाती है. साथ ही अगर प्यास लगने पर पानी नहीं पीते हैं तब भी आपका शरीर कई बीमारियों को जन्म देता है.

सोशल मीडिया के बहकावे में न आएं

कई बार देखने में आता है कि लोग सोशल मीडिया पर देखकर यह सोचते हैं कि दिन में 6 लीटर पानी पीना बहुत जरूरी होता है, लेकिन अगर आपको प्यास नहीं लग रही है और जबरदस्ती आप पानी पिए जा रहे हैं, तो आपको अजीर्ण रोग (अपच) होने की संभावना बढ़ जाती है. साथ ही आप आईबीएस के मरीज भी हो सकते हैं. अगर आपको प्यास लग रही है और आप फिर भी अपनी प्यास को कंट्रोल कर रहे हैं और उसको इग्नोर कर रहे हैं, तो आपके शरीर में इंसुलिन डिपेंडेंट डायबिटीज और नॉन इन्सुलिन डिपेंडेंट डायबिटीज के अलावा बॉडी में डिहाइड्रेशन होना, त्वचा संबंधित विकार होना, मूर्छा होना आदि कई तरह के रोग पनपने शुरू हो जाते हैं.

इन बातों का रखें विशेष ध्यान

आयास आयुर्वेदिक चिकित्सालय से बी.ए.एम.एस, एम.डी डॉक्टर हर्ष ने Bharat.one से बात करते हुए बताया कि सर्दियों में हमें पानी की प्यास कम क्यों लगती है. सबसे पहले इस तथ्य को समझना बहुत जरूरी है, क्योंकि सर्दियों में मौसम ठंडा रहता है और हमारे शरीर से पसीना कम निकलता है ना के बराबर. तो जब शरीर से वॉटर लॉस कम होता है तो शरीर की वॉटर डिमांड भी अपने आप बढ़ती है. गर्मियों में पसीना ज्यादा आता है गर्मी के कारण वॉटर लॉस ज्यादा हो रहा होता है, क्योंकि बॉडी को टेंपरेचर मेंटेन करना होता है, तो उस समय हमें पानी की डिमांड ज्यादा होती है.  इसलिए, प्यास हमें बताती है कि हमें पानी पीने की आवश्यकता है या नहीं.

अपनी प्यास के अनुसार पानी पीजिए जब प्यास लगे, जितनी प्यास लगे उतना पानी पीजिए, ना कम, ना ज्यादा दोनों ही आपके शरीर के लिए हानिकारक है.

कम पानी से नुकसान

आयुर्वेद डॉक्टर हर्ष बताते हैं कि प्यास को इग्नोर करना एक बहुत बड़ा कारण बनता है किडनी डिजीज का. आने वाले समय में आप किडनी डिजीज के शिकार हो सकते हैं. इसके अलावा अग्नाशय संबंधी रोग जैसे इन्सुलिन डिपेंडेंट डायबिटीज हो जाना या नॉन इन्सुलिन डिपेंडेंट डायबिटीज का हो जाना. प्यास को इग्नोर करने के कारण हो सकता है. इसके अलावा बॉडी में डिहाइड्रेशन होना, त्वचा संबंधी विकार हो जाना, मूर्छा हो जाना, काफी सारी चीजें हो सकती है जब आप प्यास को इग्नोर करते हैं.

ज्यादा पानी पीने से नुकसान

डॉ हर्ष बताते हैं कि बिना प्यास के पानी पीना या ज्यादा पानी पीते हैं, तो आपको अजीर्ण ना हो सकता है यानी कि आपकी पेट की अग्नि बंद हो सकती है, आपका खाया पिया भोजन पचेगा नहीं, क्योंकि प्रॉपर सिस्टम के मुताबिक ही भोजन का डाइजेशन होना है. अगर हम ज्यादा मात्रा में पानी पी लेंगे तो अग्नि बंद हो जाएगी और भोजन डाइजेस्ट नहीं हो पाएगा.


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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-how-much-water-is-right-for-you-know-the-side-effects-of-drinking-too-much-or-too-little-water-local18-ws-kl-9765198.html

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