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Harsingar ke Fayde: हरसिंगार का पेड़ न सिर्फ अपनी सुंदरता के लिए मशहूर है, बल्कि यह औषधीय गुणों से भी भरपूर है. इसे ‘रात की रानी’, ‘दुखों का पेड़’, और ‘पारिजात’ जैसे नामों से भी जाना जाता है. आयुर्वेद में इसे एंटी-इंफ्लेमेटरी और इम्यूनिटी बूस्टर माना गया है, जो शरीर में संक्रमण से लड़ने की ताकत बढ़ाता है. डेंगू में कारगर डेंगू के मरीजों के लिए हरसिंगार का काढ़ा रामबाण की तरह काम करता है.
Harsingar ke Fayde: प्रकृति ने हमें ऐसे कई पौधे दिए हैं जो न सिर्फ देखने में खूबसूरत होते हैं, बल्कि सेहत के खज़ाने भी अपने भीतर समेटे होते हैं. ऐसा ही एक पौधा है हरसिंगार. जिसे नाइट जैस्मीन या पारिजात के नाम से भी जाना जाता है. रात में खिलने वाला यह सुगंधित पौधा न सिर्फ वातावरण को महकाता है, बल्कि आयुर्वेद में इसे कई बीमारियों के उपचार के लिए रामबाण माना गया है. आइये जानते आयुर्वैदिक डॉक्टर राजेश कुमार के अनुसार इस पौधे के लाभ और उपयोग.
जानकारी देते हुए अलीगढ़ के आयुर्वेदिक डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि हरसिंगार एक बेहद उपयोगी और औषधीय गुणों से भरपूर पौधा है, जिसे नाइट जैस्मीन या पारिजात के नाम से भी जाना जाता है. इसके फूलों की खुशबू बहुत सुगंधित होती है. जो वातावरण को महका देती है. लेकिन यह पौधा सिर्फ अपनी महक के लिए ही नहीं, बल्कि आयुर्वेदिक उपयोगों के लिए भी प्रसिद्ध है. डॉ. राजेश कुमार बताते हैं कि हरसिंगार के पत्तों का रस जोड़ों के दर्द, सूजन और गठिया जैसी बीमारियों में बहुत लाभकारी होता है. यह बुखार, मलेरिया और त्वचा रोगों में भी असरदार माना जाता है. इसके अलावा, पत्तों का रस बालों की जड़ों को मजबूत बनाता है और डैंड्रफ को दूर करने में मदद करता है.
किसी भी मौसम में उगाएं
डॉ. राजेश का कहना है कि यह पौधा भारत के लगभग सभी हिस्सों में पाया जाता है और इसे घरों में भी आसानी से लगाया जा सकता है. यह किसी भी मौसम में उगाया जा सकता है और कम देखभाल में भी हरा-भरा रहता है. डॉ. कुमार के अनुसार, हरसिंगार मुख्यत जोड़ों के दर्द, सूजन, गठिया और अर्थराइटिस जैसी बीमारियों में रामबाण का काम करता है. इसके अलावा यह दीपन-पाचन में सुधार करता है और भूख बढ़ाने में भी सहायक होता है.
सुबह शाम इस्तेमाल करें
उन्होंने बताया कि इसका काढ़ा 20 से 30 ml सुबह और शाम इस्तेमाल किया जा सकता है. और इसकी पत्तियों का रस 10 ml की मात्रा में सुबह शाम इस्तेमाल कर सकते है. जबकि इसके चूर्ण की 1से 3 ग्राम मात्रा सेवन के लिए उपयुक्त मानी जाती है. हरसिंगार एक ऐसा पौधा है जो सुंदरता और औषधीय गुण दोनों का संगम है. जो न केवल वातावरण को महकाता है बल्कि शरीर को भी स्वस्थ रखता है.

काशी के बगल चंदौली से ताल्लुक रखते है. बिजेनस, सेहत, स्पोर्टस, राजनीति, लाइफस्टाइल और ट्रैवल से जुड़ी खबरें पढ़ना पसंद है. मीडिया में करियर की शुरुआत ईटीवी भारत हैदराबाद से हुई. अभी लोकल18 यूपी के कॉर्डिनेटर की…और पढ़ें
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Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Bharat.one किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-harsingar-favorite-plant-of-lord-shiva-extremely-miraculous-use-it-this-way-and-it-will-cure-many-ailments-local18-9798036.html

 
                                    
