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Best himalayan view from Bageshwar : उत्तराखंड का बागेश्वर जिला न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से, बल्कि यह हिमालय की भव्यता को सबसे नजदीक से महसूस कराने के लिए भी चर्चित है. यहां कई ऐसी जगहें हैं जहां से नंदा देवी, पंचचूली और त्रिशूल जैसी हिमालय की ऊंची चोटियां साफ देखी जा सकती हैं. शांति और घने चीड़ के जंगल इस जगह को और खास बनाते हैं.

कौसानी को उत्तराखंड का स्विट्जरलैंड कहा जाता है. यह स्थान समुद्र तल से लगभग 1890 मीटर की ऊंचाई पर है और यहां से नंदा देवी, त्रिशूल और पंचचूली की चोटियां एक साथ दिखाई देती हैं. सुबह के समय जब सूर्य की पहली किरणें इन चोटियों पर पड़ती हैं, तो वह नजारा अद्भुत होता है. यहां के सूर्योदय को देखने सैलानी दूर-दूर से आते हैं. शांत वातावरण और घने चीड़ के जंगल इस जगह को और भी खास बनाते हैं.

बागेश्वर जिले का बिगुल गांव अपनी अलौकिक शांति और प्राकृतिक सुषमा के लिए जाना जाता है. यह जगह उन यात्रियों के लिए आदर्श है, जो भीड़भाड़ से दूर प्रकृति के सान्निध्य में रहना चाहते हैं. यहां से नंदा देवी और पंचचूली की चोटियां बेहद स्पष्ट दिखाई देती हैं. स्वच्छ वातावरण और गांव की सरल जीवनशैली इस स्थान को और आकर्षक बनाती है. बिगुल में स्थानीय संस्कृति और प्राकृतिक सौंदर्य का अनोखा संगम देखने को मिलता है.

बागेश्वर मुख्यालय से कुछ ही दूरी पर स्थित जौलकांड़े-बोरगांव क्षेत्र हिमालय दर्शन के लिए बेहतरीन स्थल है. यहां से हिमालय की चोटियां बेहद नजदीक और स्पष्ट नजर आती हैं. साफ मौसम में नंदा देवी और पंचचूली की झलक इतनी करीब लगती है, मानो हाथ बढ़ाकर छू सकते हों. यह स्थान अब धीरे-धीरे स्थानीय पर्यटकों के बीच लोकप्रिय हो रहा है. यहां की हरियाली और शांति मन को सुकून देती है.

कांडा क्षेत्र अपनी हरियाली विस्तृत घाटियों और हिमालय दर्शन के लिए प्रसिद्ध है. यहां से नंदा देवी, त्रिशूल और पंचचूली जैसी पर्वत चोटियों का पैनोरमिक दृश्य देखा जा सकता है. पहाड़ियों के ऊपर बसे छोटे गांवों से दिखने वाला सूर्योदय मन मोह लेता है. कांडा की ऊंचाई और खुला वातावरण इसे फोटोग्राफी और नेचर व्यूइंग के लिए आदर्श स्थल बनाते हैं.

गोमती नदी के तट पर स्थित ऐतिहासिक बैजनाथ न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है, बल्कि यहां से हिमालय की चोटियों का सुंदर नजारा भी दिखाई देता है. प्राचीन बैजनाथ मंदिर समूह के पीछे फैला पर्वतीय दृश्य फोटोग्राफरों और श्रद्धालुओं दोनों को आकर्षित करता है. विशेष रूप से सुबह या शाम के समय जब सूर्य की किरणें हिमालय की चोटियों को सुनहरा रंग देती हैं, तो यह दृश्य बेहद मनमोहक होता है.

बागेश्वर नगर के हृदय में स्थित बागनाथ मंदिर से साफ मौसम में हिमालय का नजारा दिखाई देता है. गोमती और सरयू नदियों के संगम पर स्थित यह मंदिर धार्मिक आस्था के साथ-साथ प्राकृतिक सौंदर्य का प्रतीक भी है. सर्दियों में जब आसमान नीला और वातावरण साफ होता है, तब यहां से हिमालय की चोटियां स्पष्ट नजर आती हैं, जो भक्तों और सैलानियों दोनों के लिए अद्भुत अनुभव होता है.

गरुड़ घाटी अपनी सुंदर वादियों, सीढ़ीनुमा खेतों और पारंपरिक गाँवों के लिए जानी जाती है. इस घाटी से हिमालय के कई भागों की झलक मिलती है. यहां की सुबहें बेहद शांत और सुकूनभरी होती हैं. हवा में घुली मिट्टी की खुशबू और दूर चमकती बर्फीली चोटियां मन को भिगो देती हैं. यह इलाका धीरे-धीरे नेचर टूरिज्म का नया केंद्र बन रहा है.

बागेश्वर जिले का सुमगढ़ इलाका अभी भी पर्यटन मानचित्र पर ज्यादा चर्चित नहीं है, लेकिन यहां से दिखाई देने वाला हिमालय दृश्य किसी भी प्रसिद्ध स्थल से कम नहीं. ऊंचाई से देखने पर त्रिशूल और नंदा देवी की चोटियां बेहद भव्य प्रतीत होती हैं. स्थानीय ग्रामीणों के लिए अनुसार, सर्दियों में जब बर्फ की चमक बढ़ जाती है तो पूरा आकाश जैसे सफेद हो जाता है. यह स्थल शांतिप्रिय यात्रियों के लिए उपयुक्त है.
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https://hindi.news18.com/photogallery/uttarakhand/bageshwar-best-himalayan-view-from-bageshwar-uttarakhand-local18-9804331.html







