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kapoor Tulsi: तुलसी का नाम सुनते ही हमारे मन में औषधीय गुणों वाली तुलसी याद आने लगती है. इसी तरह एक कपूर तुलसी होती है. जिसमें कई ऐसे औषधीय गुण पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के कई रोगों के लिए रामबाण साबित होती है. ऐसे में आइए जानते हैं कि कपूर तुलसी को किस तरह से लगाया जाए कि यह जल्दी तैयार हो जाए…

कपूर तुलसी का पौधा तैयार करने के लिए, बीजों से पौधे उगाएं या कटिंग का उपयोग करना चाहिए. जब पौधे लगभग 6-10 सेमी लंबे हो जाएं, तो उन्हें जुलाई या अक्टूबर-नवंबर माह में लगभग 40 सेमी की दूरी पर खेत में रोपित करें.रोपाई के तुरंत बाद खेत की सिंचाई करें और सुनिश्चित करें कि मिट्टी में अच्छी जल निकासी हो.

डॉ. कौशलेंद्र Bharat.one से बताते हैं कि कपूर तुलसी के बीज से पौधा तैयार करने के लिए आप शुरुआत में घर के अंदर या नर्सरी में बीज बो सकते हैं. बोलने के बाद जब इसकी नर्सरी तैयार हो जाए तब इसे आप रोपित कर सकते हैं.

कपूर तुलसी के पौधे जब 6 से 10 सेमी लंबे हो जाएं तो उन्हें खेत में लगाना चाहिए. इसके लिए पौधों के बीच की दूरी 40 सेमी रखें. इसके साथ ही रोपण के तुरंत बाद हल्की सिंचाई कर दें .

तुलसी की कटिंग लगभग 10-15 सेमी लंबी लेकर, इसे पानी में रखें और जड़ों के निकलने तक इंतजार करें. जब जड़ें निकल आएं, तो कटिंग को गमले या खेत में लगा दें. गमले में लगाने पर भी कपूर तुलसी पूरे घर को अच्छे तरीके से महक देती है और यह गमले में काफी सुंदर भी दिखती है.

कपूर तुलसी के पौधे को अच्छी धूप की आवश्यकता होती है, इसलिए इसे ऐसी जगह पर रखें जहां दिन में कम से कम 6-8 घंटे धूप आती हो. इसके लिए मिट्टी में नमी बनाए रखें, लेकिन जलभराव से बचाएं.यदि आप पत्तियों के लिए पौधा लगा रहे हैं, तो फूलों को हटाते रहें ताकि पौधे की ऊर्जा पत्तियों पर केंद्रित हो सके.

जब कपूर तुलसी के पौधे की पत्तियां अच्छी तरह से विकसित हो जाएं, तो उनकी कटाई कर दें. कटाई करने का सबसे अच्छा फायदा या होता है कि कटाई के बाद, पौधा फिर से बढ़ना शुरू कर देता है. और इसके तने भी काफी मजबूत होने लगते हैं.

कपूरी तुलसी कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है, जैसे कि सर्दी और खांसी में राहत, तनाव और चिंता में कमी, और पाचन में सुधार. इसमें सूजन-रोधी, रोगाणुरोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो इसे त्वचा के स्वास्थ्य और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में सहायक बनाते हैं.यह हृदय स्वास्थ्य को भी बेहतर बना सकती है और मच्छरों को दूर रखने में मदद कर सकती है.

कपूरी तुलसी का सेवन तीन प्रकार से किया जा सकता है. सबसे पहले आप इसके पत्तों का काढ़ा बनाकर पी सकते हैं. उसके बाद इसके रस को त्वचा पर लगाया जा सकता है वहीं इसके अलावा इसकी ताजी पत्तियों को चबाकर आप अपने स्वास्थ्य को मजबूत रख सकते हैं इन सबके अलावा आप इसकी पत्तियों को चाय बनाते हुए डाल दें तो चाय का महक के साथ-साथ उसका स्वाद भी बदल जाता है.
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https://hindi.news18.com/photogallery/agriculture/kapoor-tulsi-is-full-of-medicinal-properties-local18-9809664.html

                                    





