Last Updated:
Cracked heels home remedy : एड़ी में दरार पड़ना एक आम समस्या है, जो ज्यादातर सर्दियों में देखने को मिलती है. जब त्वचा अपनी नमी खो देती है तो एड़ियों की त्वचा सख्त होकर फटने लगती है. यह समस्या केवल सौंदर्य से जुड़ी नहीं बल्कि दर्दनाक भी हो सकती है. कई बार एड़ियों से खून निकलने लगता है और चलने में तकलीफ होती है. इससे कैसे बचें, आइये जानते हैं.

सर्दियां आते ही एड़ी में दरार पड़ना एक आम समस्या है. अधिकतर लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह शरीर में कुछ खास विटामिन्स की कमी का संकेत भी हो सकता है. सही जानकारी और घरेलू उपाय अपनाकर इस समस्या को आसानी से दूर किया जा सकता है. ऋषिकेश के आयुष चिकित्सक डॉ. राजकुमार Bharat.one से बताते हैं कि एड़ी फटना कोई मामूली समस्या नहीं बल्कि शरीर के अंदर पोषण की कमी का संकेत है. अगर समय रहते ध्यान दिया जाए तो यह समस्या जल्दी दूर हो सकती है. नियमित रूप से पैरों की सफाई, मॉइस्चराइजिंग और विटामिन युक्त आहार लेने से एड़ियां फिर से स्वस्थ और सुंदर दिखने लगती हैं.

डॉ. राजकुमार बताते हैं कि एड़ी फटने का एक बड़ा कारण विटामिन E की कमी होती है. विटामिन E त्वचा की नमी बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है. यह त्वचा की कोशिकाओं को रिपेयर करने और उसे मुलायम बनाए रखने में मदद करता है. जब शरीर में विटामिन E की कमी होती है, तो त्वचा सूखने लगती है और एड़ियां फट जाती हैं. इस कमी को दूर करने के लिए आहार में बादाम, सूरजमुखी के बीज, पालक, एवोकाडो और जैतून तेल शामिल करना चाहिए. इससे त्वचा अंदर से पोषण पाकर मुलायम बनी रहती है.

विटामिन C की कमी भी एड़ी फटने का एक बड़ा कारण है. डॉ. राजकुमार के अनुसार, यह विटामिन कोलेजन के निर्माण में मदद करता है, जो त्वचा को लचीलापन और मजबूती देता है. जब शरीर में विटामिन C की मात्रा कम हो जाती है, तो त्वचा कमजोर और रुखी हो जाती है. इससे एड़ियों में दरारें बनने लगती हैं. इस कमी को दूर करने के लिए अपने आहार में नींबू, संतरा, आंवला, अमरूद और टमाटर जैसे फलों को शामिल करें. रोजाना विटामिन C का सेवन करने से त्वचा की नमी बनी रहती है और एड़ियां स्वस्थ दिखती हैं.

विटामिन B3, जिसे नायसिन भी कहा जाता है, त्वचा की सेहत के लिए बेहद जरूरी है. डॉ. राजकुमार बताते हैं कि इसकी कमी से त्वचा में सूखापन, खुजली और फटने जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं. खासकर एड़ियों की त्वचा सख्त होकर फटने लगती है. नायसिन की कमी को पूरा करने के लिए दालें, मूंगफली, चिकन, मछली और अंडे जैसे खाद्य पदार्थों को आहार में शामिल करना चाहिए. ये न केवल विटामिन B3 का अच्छा स्रोत हैं बल्कि त्वचा को अंदर से पोषण भी देते हैं. पर्याप्त मात्रा में नायसिन लेने से एड़ियों की दरारें धीरे-धीरे भर जाती हैं.

डॉ. राजकुमार कहते हैं कि शरीर में पानी की कमी भी एड़ियां फटने का एक आम कारण है. जब हम पर्याप्त पानी नहीं पीते, तो त्वचा की नमी कम हो जाती है और वह सूखकर फटने लगती है. इसलिए दिनभर में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पीना जरूरी है. साथ ही पैरों की देखभाल के लिए रोज रात को सोने से पहले एड़ियों पर नारियल तेल या ग्लीसरीन लगाना फायदेमंद होता है. इससे एड़ियों की त्वचा को जरूरी मॉइस्चर मिलता है और दरारें भरने लगती हैं.

एड़ी की दरारों से राहत पाने के लिए कुछ आसान घरेलू उपाय बेहद कारगर हैं. डॉ. राजकुमार के मुताबिक, सबसे पहले गुनगुने पानी में थोड़ा सा नमक या नींबू मिलाकर पैरों को 15 मिनट तक भिगोएं. इससे मृत त्वचा निकल जाती है. इसके बाद एड़ियों पर वैसलीन, एलोवेरा जेल या नारियल तेल लगाएं और सूती मोजे पहन लें. यह प्रक्रिया रोज रात को दोहराने से कुछ ही दिनों में फर्क दिखने लगता है. इससे एड़ियां मुलायम और चिकनी हो जाती हैं.

डॉ. राजकुमार कहते हैं कि अगर आप एड़ियों की दरारों से स्थायी राहत चाहते हैं, तो अपने आहार में विटामिन युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करना जरूरी है. आंवला, पालक, टमाटर, गाजर, अंडा, मछली और दूध जैसी चीजें त्वचा को अंदर से पोषण देती हैं. ओमेगा-3 फैटी एसिड वाले फूड जैसे अलसी के बीज और अखरोट भी त्वचा को हेल्दी बनाए रखते हैं. इन खाद्य पदार्थों को नियमित रूप से खाने से न सिर्फ एड़ियों की दरारें भरती हैं बल्कि त्वचा में नेचुरल ग्लो भी लौट आता है.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/photogallery/lifestyle/health-cracked-heels-home-remedy-edi-kis-karan-se-fatati-hai-local18-9831248.html







