आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी, गलत खान-पान और तनाव के कारण फैटी लिवर (Fatty Liver Disease) एक आम समस्या बन चुकी है. जब लिवर की कोशिकाओं में चर्बी (Fat) जमा हो जाती है और उसका 5-10% हिस्सा फैट से भर जाता है, तो इसे फैटी लिवर कहा जाता है. यह दो तरह का होता है. अल्कोहॉलिक फैटी लिवर (शराब पीने वालों में) और नॉन-अल्कोहॉलिक फैटी लिवर (गलत डाइट, मोटापा या डायबिटीज से). अच्छी खबर यह है कि इसे सही खान-पान और जीवनशैली से आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है. आइए जानते हैं कि फैटी लिवर में क्या खाना चाहिए और किन चीजों से बचना चाहिए.
फैटी लिवर में सबसे जरूरी है कि आपकी डाइट फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन्स से भरपूर हो. इसके लिए पालक, मेथी, ब्रोकली, लौकी, तोरई, गाजर, टमाटर, और करेला जैसी सब्जियां रोज शामिल करें. ये लिवर से टॉक्सिन्स निकालने में मदद करती हैं और फैट को धीरे-धीरे कम करती हैं. फाइबर से भरपूर चीजें जैसे ओट्स, दलिया, साबुत अनाज और ब्राउन राइस लिवर को क्लीन रखने में मदद करते हैं. हरी सब्जियों में मौजूद क्लोरोफिल शरीर में डिटॉक्स प्रक्रिया को तेज करता है, जिससे लिवर हेल्दी रहता है.
फलों में मौजूद नेचुरल एंजाइम्स और एंटीऑक्सीडेंट्स फैटी लिवर को ठीक करने में मदद करते हैं. सेब, अमरूद, पपीता, संतरा, नींबू, तरबूज और बेरीज जैसे फल लिवर की चर्बी को घटाने में कारगर हैं. खासकर सेब में पाया जाने वाला पेक्टिन लिवर में फैट जमा होने से रोकता है. वहीं नींबू और संतरा में मौजूद विटामिन C लिवर को साफ करता है. सुबह खाली पेट नींबू पानी पीना भी बहुत फायदेमंद होता है, क्योंकि यह शरीर में मेटाबॉलिज्म बढ़ाकर फैट को पिघलाता है.
लहसुन, हल्दी और अदरक जैसे नेचुरल डिटॉक्स एजेंट
लहसुन में मौजूद एलिसिन और सेलेनियम लिवर की सफाई करने में मदद करते हैं और फैट सेल्स को तोड़ते हैं. हल्दी में पाया जाने वाला कर्क्यूमिन (Curcumin) एक नेचुरल एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व है, जो लिवर की सूजन को कम करता है. अदरक मेटाबॉलिज्म बढ़ाकर फैट को एनर्जी में बदलने में मदद करता है. इन तीनों चीजों को अपनी रोजमर्रा की डाइट में शामिल करें. चाहे कच्चा खाएं, सब्जियों में डालें या चाय में मिलाएं.
ग्रीन टी, छाछ और पानी का अधिक सेवन करें
ग्रीन टी में मौजूद कैटेचिन्स (Catechins) लिवर में जमा फैट को घटाते हैं और इसे एक्टिव बनाते हैं. रोज सुबह या शाम एक कप ग्रीन टी पीना फैटी लिवर मरीजों के लिए फायदेमंद है. छाछ में मौजूद प्रोबायोटिक्स पाचन को सुधारते हैं और लिवर पर लोड कम करते हैं. इसके अलावा दिनभर में 8–10 गिलास पानी जरूर पिएं, ताकि शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकल सकें. पानी में थोड़ा नींबू या पुदीना मिलाकर पीने से डिटॉक्स असर और बढ़ जाता है.
किन चीजों से बचें
फैटी लिवर में सबसे जरूरी है कि आप तेल, घी, तली चीजें, चीनी, मैदा और प्रोसेस्ड फूड्स से दूर रहें. शराब बिल्कुल न लें, क्योंकि यह लिवर को तेजी से नुकसान पहुंचाती है. रेड मीट की जगह फिश या दालें खाएं. ज्यादा नमक वाली चीजें और मीठे पेय पदार्थ जैसे कोल्ड ड्रिंक या पैक्ड जूस से भी परहेज करें. खाने में जैतून का तेल, सरसों तेल या राइस ब्रान ऑयल का सीमित मात्रा में उपयोग करें.
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-fatty-liver-me-kya-khaye-fatty-liver-control-reduce-fat-with-right-diet-and-lifestyle-ws-ekl-9830422.html







