Mercury In 4th House: जन्म कुंडली में बुध ग्रह को बुद्धि, बोलने की कला, तर्क, व्यापार और समझदारी का ग्रह माना जाता है. जब ये ग्रह किसी के चौथे भाव में बैठता है, तो इसका असर व्यक्ति के घर-परिवार, सुख-सुविधा, माता से संबंध, शिक्षा और मन की स्थिति पर साफ दिखाई देता है. चौथा भाव ज्योतिष में गृहस्थ जीवन, जड़ों, मानसिक शांति और आरामदायक जीवन का प्रतीक माना जाता है. ऐसे में अगर बुध यहां स्थित हो जाए, तो व्यक्ति का मन चंचल, विचारशील और दिमाग तेज होता है, लेकिन साथ ही कभी-कभी स्थिरता की कमी भी नजर आती है. बुध का यह स्थान व्यक्ति को घर और परिवार के मामलों में बहुत सोचने वाला बना देता है, ये लोग अपने घर की हर छोटी-बड़ी बात में दिमाग लगाते हैं, अगर कुंडली में बुध शुभ हो, तो ये व्यक्ति अपनी बातों से सबका दिल जीत लेता है और घर-परिवार में तालमेल बनाए रखता है, लेकिन अगर बुध कमजोर या पाप ग्रहों से पीड़ित हो, तो मानसिक बेचैनी, घर में कलह या निर्णय लेने में उलझन जैसी स्थितियां भी सामने आती हैं. आइए जानते हैं विस्तार से कि बुध चौथे भाव में होने पर व्यक्ति के जीवन पर क्या असर डालता है. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी, वास्तु विशेषज्ञ एवं न्यूमेरोलॉजिस्ट हिमाचल सिंह.
बुध चौथे भाव में होने के सकारात्मक प्रभाव (Positive Effects)
-अगर बुध ग्रह शुभ स्थिति में हो तो यह व्यक्ति को बुद्धिमान, शांत और तार्किक बनाता है. ऐसे लोग शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, खासकर लेखन, अध्यापन, या अकाउंटिंग जैसी फील्ड में. उनका दिमाग बहुत तेजी से काम करता है और वे हर काम को सोच-समझकर करने में यकीन रखते हैं.

-इन लोगों की बोलने की कला इतनी प्रभावशाली होती है कि वे दूसरों को अपनी बातों से प्रभावित कर लेते हैं. इनके घर का माहौल सामान्यतः हंसमुख और शांति से भरा होता है. मां के साथ संबंध भी मधुर रहते हैं.
-अगर बुध की दृष्टि दूसरे शुभ ग्रहों पर पड़ रही हो तो व्यक्ति को घर, वाहन और सुख-सुविधाओं का भरपूर आनंद मिलता है, ये लोग दूसरों की भावनाओं को समझने में माहिर होते हैं और घर के अंदर हमेशा सामंजस्य बनाए रखने की कोशिश करते हैं.
बुध चौथे भाव में होने के नकारात्मक प्रभाव (Negative Effects)
-अगर बुध अशुभ स्थिति में हो या राहु, केतु या शनि से प्रभावित हो जाए, तो ये व्यक्ति के मन को अस्थिर बना देता है. ऐसे लोग छोटी-छोटी बातों पर ज्यादा सोचते हैं और ओवरथिंकिंग की वजह से खुद को परेशान कर लेते हैं.

-इनके घर में अक्सर बहस या छोटी-छोटी गलतफहमियों की वजह से तनाव बढ़ सकता है. मां से अनबन या दूरी की स्थिति भी बन सकती है. कई बार ये लोग भावनात्मक रूप से कमजोर महसूस करते हैं और किसी निर्णय पर टिक नहीं पाते.
-शिक्षा के क्षेत्र में भी रुकावटें आ सकती हैं, अगर बुध कमजोर हो तो व्यक्ति को पढ़ाई में ध्यान लगाने में मुश्किल होती है. घर में इलेक्ट्रॉनिक सामान या वाहन से जुड़ी परेशानियां भी सामने आ सकती हैं.
बुध चौथे भाव के उपाय (Remedies for Mercury in 4th House)
1. बुधवार के दिन हरी वस्तु दान करें – हरी मूंग, हरा कपड़ा या हरे फल किसी जरूरतमंद को देना शुभ माना जाता है.
2. गणेश जी की पूजा करें – गणपति की आराधना करने से बुध ग्रह मजबूत होता है और निर्णय क्षमता बढ़ती है.
3. पन्ना रत्न पहनें – अगर ज्योतिषी सलाह दें तो बुध को मजबूत करने के लिए पन्ना रत्न (Emerald) धारण करना लाभदायक होता है.
4. तुलसी को जल चढ़ाएं – रोजाना तुलसी को जल अर्पित करें, इससे बुध से जुड़ी नकारात्मक ऊर्जा कम होती है.
5. ग्रीन रंग को जीवन में शामिल करें – घर में या कपड़ों में ग्रीन शेड का इस्तेमाल बुध को शांत रखता है.
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