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Blood through Ayurveda: आपको पता होगा कि अधिकांश बीमारियों की जड़ खून में छिपी होती है. जब खून में गंदगियां भर जाती है तो कई बीमारियां हो जाती है. खून में गंदगियों का मतलब इंफेक्शन और इम्युनिटी की कमजोरी. इसके लिए लोग तरह-तरह की दवाइयां खाते हैं लेकिन पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाता. ऐसे में कुछ दिन आप आयुर्वेदिक तरीका अपनाइए.
Blood through Ayurveda: खून जिंदगी के लिए अहम है. अगर शरीर से एक लीटर भी खून निकल जाए तो किसी का भी जीना मुश्किल हो जाएगा. खून हमारे शरीर के कतरे-कतरे में पहुंचकर जरूरी चीजें पहुंचाता और वहां से अपशिष्ट पदार्थ को खींचकर शरीर से बाहर कर देता है. यह हमारे शरीर में ट्रांसपोर्टेशन का काम करता है. हमारे शरीर में ऑक्सीजन खून से ही पहुंचता है और कार्बनडायऑक्साइड को बाहर करता है. इसके साथ ही शरीर के कतरे-कतरे में पोषक तत्व, जरूरी रसायन और हार्मोन को भी पहुंचाता है. इसी से समझा जा सकता है कि खून कितना अहम है. अक्सर इंफेक्शन के रूप में खून की गंदगी सामने आती है. इसमें हम अंग्रेजी दवा खा लेते हैं और फिर ठीक होने के बाद छोड़ देते हैं लेकिन खून को साफ करने के लिए आयुर्वेदिक पद्धति को सबसे बेस्ट माना जाता है.
आयुर्वेद के हिसाब रक्त दोष का मतलब
आयुर्वेद में रक्त को ‘जीवनीय तत्व’ कहा गया है. इसलिए खून को शुद्ध रखना बहुत जरूरी है. आयुर्वेद के अनुसार हमारे शरीर में खून सिर्फ एक द्रव नहीं है, बल्कि यही जीवन, ऊर्जा, रंग और तेज का असली स्रोत है. जब खून में गंदगी होती है तो आयुर्वेद में वात, पित्त और कफ दोष बढ़ जाते हैं. इसी को रक्तदोष कहा जाता है. ऐसा तब होता है जब हमारा पाचन कमजोर हो जाता है, हम गलत खाना खाते हैं या शरीर का संतुलन बिगड़ जाता है और इम्युनिटी कमजोर हो जाती है. धीरे-धीरे ये खून अशुद्ध होकर शरीर में तरह-तरह की बीमारियां पैदा करता है.
खून अशुद्ध होने के कारण
रक्तदोष कई कारणों से होता है. ज्यादा मसालेदार, तला-भुना या पैकेट वाला खाना कब्ज, तनाव और नींद की कमी इसके प्रमुख कारण हैं. इसके अलावा दवाइयों का अधिक सेवन, शराब पीना, हार्मोनल असंतुलन या संक्रमण भी खून को दूषित कर सकते हैं. जब खून साफ नहीं रहता तो इसका असर सबसे पहले स्किन पर दिखता है. चेहरे पर मुंहासे, खुजली, दाने, बालों का झड़ना, थकान, जोड़ों का दर्द और यहां तक कि लिवर व किडनी की दिक्कतें भी शुरू हो जाती हैं.
खून को कैसे शुद्ध करें
आयुर्वेद में कई आसान घरेलू उपाय बताए गए हैं जो बिना साइड इफेक्ट्स के खून को साफ करते हैं, जैसे रोज सुबह खाली पेट नीम की कुछ पत्तियां या उसका काढ़ा पीने से खून की अशुद्धि दूर होती है. मंजिष्ठा नाम की जड़ी-बूटी भी बहुत फायदेमंद है. इसका चूर्ण दूध या गुनगुने पानी के साथ लेने से पिंपल्स और त्वचा रोग में राहत मिलती है. त्रिफला चूर्ण भी पाचन ठीक रखता है और शरीर से टॉक्सिन निकालता है. लहसुन और गिलोय खून को साफ करने के बेहतरीन उपाय माने जाते हैं. रोजाना 2 कच्चे लहसुन की कलियां गुनगुने पानी के साथ खाएं और सुबह गिलोय का रस लें, इससे इम्युनिटी बढ़ती है और खून शुद्ध रहता है. चुकंदर और गाजर का जूस भी हीमोग्लोबिन बढ़ाने और शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है. वहीं नींबू-शहद वाला पानी सुबह खाली पेट पीने से लिवर साफ रहता है और शरीर हल्का महसूस होता है. खून को साफ करने के लिए सिर्फ दवाओं से नहीं, बल्कि जीवनशैली सुधारना भी जरूरी है. रोज गुनगुना पानी पीएं, सादा भोजन करें, चीनी और मैदे वाले खाद्य पदार्थों से बचें. थोड़ा व्यायाम और प्राणायाम जरूर करें. पूरी नींद लें और तनाव से दूरी बनाएं. इनपुट-आईएएनएस

Excelled with colors in media industry, enriched more than 19 years of professional experience. Lakshmi Narayan is currently leading the Lifestyle, Health, and Religion section at Bharat.one. His role blends in-dep…और पढ़ें
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