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धौलपुर की खजला मिठाई शरद महोत्सव में खास, 100 साल पुरानी विरासत.


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धौलपुर की खजला मिठाई सिर्फ एक मिठाई नहीं, बल्कि सौ साल पुरानी परंपरा और विरासत का प्रतीक है. शरद महोत्सव के मौके पर हर घर में पहुंचने वाली यह मिठाई अपने कुरकुरेपन और अलग-अलग स्वादों के लिए जानी जाती है. मीठा, नमकीन या मावा से भरी हुई, खजला हर उम्र के लोगों को लुभाती है और धौलपुर की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा बन चुकी है.

धौलपुर. जिला बीहड़, बागी और बंदूक के अलावा अपनी एक और खास पहचान रखता है. वह पहचान है यहां पर बनने वाली खजला मिठाई. जो अपने अनेकों स्वाद और कुरकुरे होने के कारण धौलपुर के लोगों को बेहद पसंद आती है. इस कुरकुरी मिठाई के बनाने वाले हलवाई मूलत उत्तर प्रदेश के रहने वाले होते हैं, जो कई वर्षों से इस मिठाई को बनाने का कार्य करते आ रहे हैं.

खजला मिठाई की सबसे अलग बात यह है कि इसका स्वाद अनेकों प्रकार का होता है, जैसे फीका, मीठा, नमकीन और मावा से भरी हुई. अगर खजला वाली मिठाई नमकीन प्रकार की होती है तो वह कुरकुरी जैसी होती है. इसी वजह से कम मीठा खाने वाले लोग भी इसे बहुत ज्यादा पसंद करते हैं और ज्यादा मीठा खाने वाले लोग मावा वाली खजला मिठाई को ज्यादा पसंद करते हैं. खजला मिठाई का कुरकुरापन और मिठास इसकी सबसे बड़ी खूबी है, और खाने वालों को इसका स्वाद लंबे समय तक याद रहता है.

खजला शरद महोत्सव के अवसर पर ही बनता है खास

धौलपुर में खजला शरद महोत्सव के अवसर पर ही बनाया जाता है, जो एक महीने तक चलता है और इस एक महीने में ही खजला मिठाई धौलपुर के हर घर में पहुंच जाती है. यहां तक कि धौलपुर में आगरा, ग्वालियर, मुरैना से पर्यटक शरद महोत्सव को देखने आते हैं और धौलपुर में बनी खजला मिठाई को अपने घर ले जाना जरूर पसंद करते हैं. खजला बनाने का तरीका बहुत ही खास है, इसे बनाने के लिए मुख्य रूप से मैदा और चीनी का उपयोग किया जाता है. हलवाई मैदा को अच्छी तरह गूंथते हैं, फिर दोनों हाथों से उस गुथी हुई मैदा को भटूरे की तरह बड़ा किया जाता है.

इसके बाद उसे घी में तलने दिया जाता है। फिर चीनी की चासनी डाली जाती है. कुछ खजला में मावा को भर दिया जाता है, जिससे इसका स्वाद और भी बेहतर हो जाता है. खजला की मिठाई बनाने वाले हलवाई बताते हैं कि खजला को कुरकुरा करने के लिए उसे धीमी आंच पर सुनहरा होने तक तला जाता है खजला की मिठाई धौलपुर जिले में कम से कम 100 वर्षों से बनाई जा रही है, इसलिए धौलपुर के निवासी इस मिठाई को अपनी विरासत भी समझते हैं.

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Monali Paul

Hello I am Monali, born and brought up in Jaipur. Working in media industry from last 9 years as an News presenter cum news editor. Came so far worked with media houses like First India News, Etv Bharat and NEW…और पढ़ें

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धौलपुर की खजला मिठाई शरद महोत्सव में खास, 100 साल पुरानी है इसकी विरासत


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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/recipe-khajla-mithai-of-dhaulpur-local18-ws-kl-9864682.html

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