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घर के मंदिर के पास रखी गई छोटी-छोटी गलतियां भी बड़ी समस्याओं का कारण बन सकती हैं. अगर आप चाहते हैं कि घर में शांति, प्रेम, धन और खुशी बनी रहे, तो इन 5 चीजों को मंदिर के आसपास कभी न रखें. मंदिर को साफ-सुथरा, शांत और पवित्र रखने से ही उर्जा आती है. आइए जानते हैं पंडित राकेश चतुर्वेदी जी से…

घर में मंदिर वह स्थान होता है जहां सकारात्मक ऊर्जा, शांति और ईश्वर की कृपा का वास माना जाता है. माना जाता है कि अगर पूजा स्थल के आसपास शुद्धता, स्वच्छता और सही वस्तुओं का संयोजन रहे, तो घर में खुशहाली और सौभाग्य बढ़ता है.लेकिन अक्सर लोग अनजाने में मंदिर के पास कुछ ऐसी चीजें रख देते हैं, जो वास्तु और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शुभ नहीं मानी जातीं. इससे न सिर्फ घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है बल्कि झगड़े, तनाव, आर्थिक रुकावट और मनमुटाव भी पैदा होने लगते हैं. यहां हम बता रहे हैं ऐसी 5 चीजें जो मंदिर के पास कभी नहीं रखनी चाहिए, वरना दरिद्रता और विवाद घर में डेरा जमा सकते हैं.

टूटी-फूटी या पुरानी मूर्तियां- कई बार पूजा करते समय या सफाई के दौरान मूर्तियां टूट जाती हैं और लोग उन्हें मंदिर में ही छोड़ देते हैं. लेकिन वास्तु के अनुसार टूटे हुए भगवान के स्वरूप को घर के मंदिर में रखना अत्यंत अशुभ माना जाता है.इससे घर में मानसिक तनाव, अनबन, गुस्सा और अस्थिरता बढ़ती है. साथ ही, यह आर्थिक नुकसान की स्थिति भी पैदा कर सकता है. इसलिए जैसे ही कोई मूर्ति या फोटो क्षतिग्रस्त हो जाए, उसे तुरंत बहते पानी में प्रवाहित करें या किसी पेड़ की जड़ में सम्मानपूर्वक रख दें.

मंदिर के पास जूते-चप्पल या गंदे कपड़े-कई घरों में जगह की कमी के कारण लोग मंदिर के पास जूते-चप्पल या लॉन्ड्री बास्केट रख देते हैं. यह आदत घर की सकारात्मक ऊर्जा को बहुत तेजी से नष्ट करती है. जूते-चप्पल और गंदे कपड़े नकारात्मक ऊर्जा फैलाते हैं, जिससे घर में तनाव और झगड़े की स्थिति बढ़ती है. माना जाता है कि ऐसी चीजें देवी-देवताओं की ऊर्जा को बाधित करती हैं और घर में दरिद्रता ला सकती हैं. इसलिए कोशिश करें कि मंदिर का आस-पास का एरिया हमेशा साफ और शुद्ध रहे.
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इलेक्ट्रॉनिक आइटम या तेज आवाज वाले उपकरण- मंदिर एक शांत और पवित्र स्थान होता है. इसके पास मोबाइल चार्जर, टीवी, स्पीकर, होम थिएटर, वॉशिंग मशीन या कोई भी इलेक्ट्रॉनिक चीज रखना शुभ नहीं माना जाता. यह उपकरण न केवल इलेक्ट्रोमैग्नेटिक ऊर्जा पैदा करते हैं, बल्कि मानसिक शांति और आध्यात्मिकता को भी बाधित करते हैं. इससे घर में चिड़चिड़ापन, झगड़े और तनाव बढ़ने की संभावना होती है. मंदिर का एरिया हमेशा शांत और सुकून भरा होना चाहिए.

दवाईयां और केमिकल प्रोडक्ट्स- कई घरों में जगह की कमी के कारण लोग मंदिर की शेल्फ या पास में दवाइयां, परफ्यूम, कॉस्मेटिक या केमिकल वाली चीजें रख लेते हैं. यह आदत वास्तु के अनुसार बिल्कुल गलत है. दवाइयां बीमारी का प्रतीक होती हैं और इन्हें पूजा स्थल के पास रखना नकारात्मकता को बढ़ाता है. इससे मानसिक अस्वस्थता, घर में कलेश और आर्थिक परेशानियां बढ़ सकती हैं.

बेकार सामान, प्लास्टिक या बंद डिब्बे- बहुत से लोग मंदिर के पास स्टोरेज बनाकर प्लास्टिक बैग, पुराने डिब्बे, कचरा या उपयोग न होने वाली चीजें रख देते हैं. यह न सिर्फ वास्तु दोष पैदा करता है बल्कि घर की ऊर्जा को भी रोक देता है. यह बेकार सामान धन के प्रवाह में बाधा डालता है और घर की समृद्धि में कमी लाता है. मंदिर के आसपास के क्षेत्र में हमेशा मिनिमल और साफ-सुथरी व्यवस्था रखें ताकि सकारात्मक ऊर्जा सहज रूप से फैल सके.







